प्‍याज की कीमत सौ रुपए प्रत‍ि क‍िलो पहुंचते ही पटना से एक अनोखी खबर सामने आ रही है। ब‍िहार की राजधानी में 35 रुपए प्रत‍ि क‍िलो प्‍याज बेचा गया। इस दर पर प्‍याज खरीदने वालों के ल‍िए लोगों की भीड़ लग गई। लोगों से मोबाइल नंबर ल‍िए गए। इसके बाद एक कूपन द‍िया गया। इस कूपन के आधार पर एक व्‍यक्‍त‍ि को दो क‍िलो प्‍याज द‍िया गया। एक व्‍यक्‍त‍ि दोबारा कूपन नहीं ले सकता है। पटना में ब‍िस्‍कोमान (बिहार स्टेट कॉपरेटिव मार्केटिंग यूनियन लिमिटेड) ने नैफेड के सहयोग से लोगों को सस्‍ता प्‍याज उपलब्‍ध कराने के ल‍िए यह व्‍यवस्‍था की। ब‍िस्‍कोमान अध्‍यक्ष के मुताब‍िक राजस्‍थान से प्‍याज मंगवाया गया था, ज‍िसकी कीमत 60 रुपए प्रत‍ि क‍िलो पड़ी। लेक‍िन, इसे 35 रुपए प्रत‍ि क‍िलो बेचा जा रहा है।

कई लोग जहां इस कदम की सराहना कर रहे हैं, वहीं कई लोग भले ही मजाक में, लेकि‍िन यह सवाल उठा रहे हैं क‍ि कहींं आगे प्‍याज को आधार से ल‍िंंक न कर द‍िया जाए? बिस्कोमॉन और नेफेड द्वारा पटना में सस्ती दरों पर प्याज बेचने के लिए 35 काउंटर बनाए गए हैं। पटना के खुदरा बाजारों में प्याज की कीमत 70-80 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच गई है। जिन जगहों पर बिस्कोमॉन और नेफेड के काउंटर बनाए गए हैं, उनमें पटना स्थित बिस्कोमॉन बिल्डिंग, दिनकर गोलचक्कर, नए सचिवालय के बाहर, पाटलिपुत्र गोलचक्कर और बोरिंग रोड क्रॉसिंग आदि शामिल हैं।

बिस्कोमॉन के चेयरमैन सुनील कुमार का कहना है कि जब तक प्याज की कीमतें गिरकर अपनी असल कीमत 50 रुपए प्रतिकिलो तक नहीं आती हैं, तब तक लोगों को सस्ती दरों पर प्याज उपलब्ध कराया जाएगा। यह कदम आम लोगों की सेवा के लिए उठाया गया है और इसका मकसद लाभ कमाना नहीं है। सुनील कुमार का कहना है कि जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली में सस्ती प्याज उपलब्ध करा सकते हैं तो फिर हम क्यों नहीं?

बता दें कि बीते कई दिनों से बाजारों में प्याज के दाम काफी महंगे चल रहे हैं। जिसके चलते प्याज आम लोगों की थाली से दूर हो रही है। ऐसे में विभिन्न राज्यों में सरकारों द्वारा सस्ती दर पर प्याज बेचा जा रहा है। बीते दिनों दिल्ली में भी सरकार द्वारा सस्ते दामों पर प्याज की बिक्री की गई। जिसे खरीदने के लिए लोगों की लाइन लग गई। दिल्ली में मोबाइल वैन द्वारा सस्ती प्याज की बिक्री विभिन्न इलाकों में की गई।