Bhutan Praises EVM: भारत में विपक्ष जिस ईवीएम मशीन पर सवाल उठाता रहता है, पड़ोसी मुल्क भूटान को वही रास आ गई है। भूटान के सीईसी सोनम टोपगे ने दो टूक कहा है कि भारत से जो ईवीएम मशीन मिलीं, उस वजह से यहां चुनाव में दक्षता आई है, लोगों का विश्वास जीता गया है।

भूटान को क्यों पसंद ईवीएम?

असल में सोनम टोपगे दिल्ली में चुनाव आयोग के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, उन्होंने चुनाव प्रबंधन निकायों के एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया था। वहां उन्होंने ईवीएम को लेकर कहा कि भारत से जो ईवीएम मिली हैं, चुनाव प्रक्रिया में उससे काफी दक्षता आई है। इस मशीन ने भूटान के लोगों का दिल जीता है। सीईसी ने इस बात का भी जिक्र किया कि भूटान के पास बायोमेट्रिक यूनिफाइड नेशनल आईडी है जिसका इस्तेमाल मतदाता प्रमाणीकरण के लिए बड़े स्तर पर किया जा सकता है।

भारत में ईवीएम पर उठे सवाल

वैसे चुनाव अधिकारियों ने तो यहां तक बताया है कि सीमित स्तर पर ही सही, लेकिन नेपाल और नामीबिया में भी भारत की ही ईवीएम का इस्तेमाल हो रहा है। अब यह बयान इसलिए मायने रखते हैं क्योंकि भारत में इसी ईवीएम की विश्वनीयता पर हर चुनाव के बाद सवाल उठाए जाते हैं। राहुल गांधी तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर लोकसभा चुनाव निष्पक्ष तरीके से होते तो किसी भी कीमत पर बीजेपी को 240 सीटें नहीं मिलतीं।

चुनाव आयोग ने किसी आरोप को नहीं माना सही

इसी तरह महाराष्ट्र नतीजों के बाद संजय राउत ने कहा था कि चुनाव फिर से करवाने चाहिए क्योंकि बड़े स्तर पर धांधली हुई है। वैसे आरोप तो कांग्रेस ने ईवीएम की बैटरी को लेकर भी लगा रखे हैं, यहां तक कहा गया है कि कम-ज्यादा बैटरी से नतीजे प्रभावित हुए हैं। लेकिन चुनाव आयोग ने समय-समय पर इन सभी आरोपों का खंडन किया है और ईवीएम को बिल्कुल सुरक्षित माना है। ईवीएम से जुड़ी दूसरी खबरों के लिए यहां क्लिक करें