राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के 55 दिन पूरे हो गये हैं। अब तक वे 1250 किमी की यात्रा पूरी कर चुके हैं। वे फिलहाल तेलंगाना में हैं। इसके बाद वे महाराष्ट्र में प्रवेश करेंगे। इस दौरान हैदराबाद में राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कहा, “पिछले 55 दिन में मैं हजारों युवाओं से मिला हूं। जब हम युवाओं से मिलते हैं और उनसे पूछते हैं कि वे क्या कर रहे हैं तो कोई कहता है कि मैं इंजीनियरिंग कर रहा हूं। कोई कहता है कि मैं साफ्टवेयर इंजीनियरिंग कर रहा हूं। कोई कहता है कि मैं आईएएस की तैयारी कर रहा हूं। कोई कहता है कि मैंने एमबीबीएस किया है अलग-अलग लोग यूनिवर्सिटी गये। स्कूल गये, कॉलेज गये। उनके माता-पिता ने मेहनत की, मजदूरी की। कहीं से पैसा निकाला और उनकी शिक्षा में डाला।”
कांग्रेस नेता ने बताया, “सड़क पर मैं जिससे भी बात करता हूं, जिस भी युवा से बात करता हूं, मेरा दूसरा सवाल होता है कि भैया आपने इंजीनियरिंग की, आपने साफ्टवेयर इंजीनियरिंग की, आप करते क्या हो तो सबसे पहले वे कहते हैं कि इंजीनियर तो नहीं बना। आधे लोग कहते हैं कि बेरोजगारी, उसके बाद आधे लोग कहते हैं कि मैं ओला चलाता हूं, ऊबर चलाता हूं। काफी ने मुझसे कहा हम मजदूरी करते हैं। मोदी जी ने कहा था कि पकौड़े बनाओ, पकौड़े बनाने वाला मुझे एक नहीं मिला। ये है हालत हिंदुस्तान के युवाओं की।”
उन्होंने कहा कि लोग उच्च शिक्षा लेकर बेरोजगार घूम रहे हैं। उनके माता-पिता ने बड़ी मेहनत से पैसे कमाकर बच्चों को पढ़ाया, लेकिन उनकी उम्मीदें टूटती जा रही हैं। न तो कहीं नौकरी है और न ही कोई काम है। बढ़ती महंगाई से घर चलाना मुश्किल हो गया है। लोग बड़ी उम्मीदों के साथ कांग्रेस की ओर देख रहे हैं। यात्रा के दौरान लगातार लोग हमसे जुड़ रहे हैं।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कर्नाटक के बेल्लारी में जींस उद्योग में काम करने वाले 3.5 लाख से अधिक लोगों ने 2016 में नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के ‘‘गलत’’ कार्यान्वयन के कारण अपनी आजीविका खो दी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बेल्लारी जींस निर्माण उद्योग चार लाख रोजगार प्रदान करता था। मोदी ने नोटबंदी और दोषपूर्ण जीएसटी की शुरुआत की। उसके बाद, अब जींस उद्योग में केवल 40,000 काम करते हैं, 3.5 लाख का रोजगार चला गया और वे बेरोजगार हो गए।’’
कहा- PSU में कर्मचारियों को लगातार निजीकरण का डर सता रहा है
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के कर्मचारियों और कंपनियों के प्रबंधन को लगातार निजीकरण का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की रक्षा के लिए मिसाइल बनाने वाली भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) जैसे संगठनों का भी निजीकरण किया जा रहा है।