कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए 21 सियासी दलों के अध्यक्षों को निमंत्रण भेजा है। भारत जोड़ो यात्रा का समापन जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 30 जनवरी को होगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी यूपी के कई नेताओं को अपनी यात्रा में शामिल होने के लिए पत्र लिख चुके हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पत्र में कहा, “यात्रा की शुरुआत से ही हमने हर समान विचारधारा वाले भारतीयों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। राहुल गांधी के आमंत्रण पर विभिन्न चरणों में कई राजनीतिक दलों के सांसद भी यात्रा में शामिल हुए हैं। मैं अब आपको व्यक्तिगत रूप से 30 जनवरी को दोपहर में श्रीनगर में आयोजित होने वाली भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। यह समारोह महात्मा गांधी की स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने इस दिन नफरत और हिंसा की विचारधारा के खिलाफ अपने अथक संघर्ष में अपना जीवन बलिदान कर दिया था।”
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष (Congress Party President) ने अपने इस पत्र में कहा कि भारत इस समय आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक संकट का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा, “इस समय जब संसद और मीडिया में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है, भारत जोड़ो यात्रा लाखों लोगों को जोड़ रही है। हमने अपने देश को प्रभावित करने वाले गंभीर मुद्दों – महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक विभाजन, लोकतांत्रिक संस्थानों के कमजोर होने और हमारी सीमाओं पर खतरे पर चर्चा की है।”
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में समाज के हर वर्ग से लोग शामिल हो रहे हैं और अपनी समस्याएं बता रहे हैं। इन लोगों में युवा, महिला, बुजर्ग, किसान, लेबर, छोटे व्यापारी, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक शामिल हैं। लोगों से सीधा संवाद भारत जोड़ो यात्रा की प्रमुख विशेषता रही है।
कांग्रेस ने क्यों भेजा 21 दलों को आमंत्रण?
कांग्रेस पार्टी नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इस दौर में विकट संकट का सामना कर रही है। हालात ये हैं कि एक-एक राज्यों में सीमित सियासी दल भी उसे आंखें दिखा रहे हैं। टीएमसी की अध्यक्ष ममता बनर्जी, बीआरएस के अध्यक्ष केसीआर, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल कई मौकों पर खुद को राहुल गांधी से बड़े कद का नेता साबित करने के प्रयास कर चुके हैं।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी लगातार यह साबित करने करना चाहती है कि उसके साथ सबसे ज्यादा दल एकजुट हो सकते हैं और उसके साथ ही छोटी पार्टियां सुरक्षित हैं। अगर भारत जोड़ो यात्रा के समापन में कांग्रेस पार्टी विपक्षी दलों का बड़ मजमा जुटाने में सफल रहती है तो काफी हद तक ऐसी संभावनाएं है कि वो बड़े राज्यों में बड़ा जनाधार भाजपा विरोधी दलों को भी आने वाले दिनों में साधने में सफल रहेगी।