अलकायदा से संबंध होने के संदेह पर दिल्ली पुलिस ने एक मदरसा शिक्षक को बंगलुरु से गिरफ्तार किया है। आतंकी संगठन के खिलाफ जारी अभियान के तहत यह चौथी गिरफ्तारी की गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की एक टीम ने मौलाना अंजार शाह को बुधवार को गिरफ्तार किया जिसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया। उसे यहां गुरुवार को एक अदालत में पेश किया गया जिसने उसे 20 जनवरी तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया।

दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने एक्यूआइएस (भारतीय उप महाद्वीप में अलकायदा का माड्यूल) के तीन संदिग्ध गुर्गों को गिरफ्तार किया था। सबसे पहले मोहम्मद आसिफ (41) को उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर से गिरफ्तार किया गया था। माना जाता है कि वह एक संस्थापक सदस्यों में से एक है। एक्यूआइएस के भर्ती और प्रशिक्षण विंग का भारतीय प्रमुख है। अब्दुल रहमान (37) को ओड़ीशा में कटक के जगतपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। तीसरे गिरफ्तार जफर मसूद माड्यूल के लिए कथित तौर पर वित्त पोषक के रूप में सक्रिय था। उसे उत्तर प्रदेश के संभल जिले में दीपा सराय मोहल्ला से गिरफ्तार किया गया था।

इन सभी के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस माड्यूल से जुड़े अंतिम गिरफ्तार व्यक्ति शाह है जो बंगलुरु में एक धार्मिक कार्यक्रम में मोहम्मद आसिफ से मिला था। इसके बाद उसका परिचय अब्दुल रहमान और जफर मसूद से करवाया गया था। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उसे जब जरूरत हो तब रसद प्रदाता के रूप में काम करने के लिए कहा गया था। अधिकारी ने बताया कि विशेष इकाई के पास शाह, अब्दुल रहमान और जफर मसूद के बीच की बातचीत का प्रमाण है। इसमें से ज्यादातर वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआइपी) सेवाओं के जरिए बातचीत है। जांचकर्ताओं ने शाह और मसूद के बीच रुपए के लेन-देन को लेकर संपर्क का भी पता लगा लिया है।

उन्होंने बताया कि कुछ और लोगों पर पुलिस नजर रख रही है और कुछ और गिरफ्तारियां की जा सकती है। पुलिस ने बताया कि उमर, आसिफ और कासिम सभी उत्तर प्रदेश में संभलपुर के रहने वाले हंै। अफगानिस्तान-पाकिस्तान के किसी क्षेत्र में बैठक आयोजित किए जाने के बाद सितंबर 2014 में अलकायदा के प्रमुख अयमान अल जवाहिरी ने खुद एक्यूआइएस का गठन किया था। इस बैठक में अल जवाहिरी के दामाद सहित अल-कायदा के पूरे ग्रैंड काउंसिल (अरबी शूरा) ने शिरकत की थी। पुलिस ने बताया कि कई भारतीयों के प्रशिक्षण शिविर में मौजूद रहने के बावजदू माना जाता है कि मौलाना आसिम उमर उर्फ सानाउल हक और मोहम्मद आसिफ एकमात्र भारतीय थे जो परिषद में मौजूद थे।

बंगलुरु से गिरफ्तार मौलाना अंजार शाह को नई दिल्ली की अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया