कांग्रेस के कम्युनिकेशन हेड जयराम रमेश पर फिर से पलटवार करते हुए गुलामनबी आजाद ने कहा है कि विरोधियों से मिलने से डीएनए नहीं बदलता। आज होने वाली जम्मू रैली से पहले गुलामनबी ने ये बात एक किताब के विमोचन के दौरान कही।

आजाद ने कहा कि जब वो राज्यसभा से विदा हो रहे थे तो 22 दलों के नेताओं ने उनके बारे में कुछ न कुछ कहा। लेकिन पीएम मोदी ने जो कहा वो बात ही सुर्खियां बटोर ले गई। उनका कहना था कि ये सब कांग्रेस के कुछ नेताओं की शरारत है। उनका कहना था कि विपक्षी नेताओं से मिलना कोई गलत बात तो नहीं।

ध्यान रहे कि गुलामनबी के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद जयराम रमेश ने उन पर तीखा हमला बोला था। उनका कहना था कि एक व्यक्ति जिसके साथ कांग्रेस नेतृत्व द्वारा सबसे अधिक सम्मान के साथ व्यवहार किया गया है। उसने अपने शातिर व्यक्तिगत हमलों से धोखा दिया है जो उसके असली चरित्र को उजागर करता है। जीएनए (गुलाम नबी आजाद) का डीएनए ‘मोडी-फाइड’ है।

कांग्रेस नेताओं ने उनके दिल्ली स्थित घर और VIP ट्रीटमेंट को लेकर भी तीखे आरोप जड़े। बताया जाता है कि गुलाम नबी आजाद के दिल्ली स्थित साउथ एवेन्यू के आवास को तीन दिन पहले ही सरकार की तरफ से एक्सटेंशन मिला था। ऐसे में उनके इस्तीफे के बाद से सियासी गलियारे में नई अटकलों को भी बल दे दिया। कांग्रेस इसी बात को लेकर उन पर खासी हमलावर थी।

आजाद ने संगठनात्मक चुनावों से पहली अपनी प्राथमिक सदस्यता सहित पार्टी के के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने गांधी परिवार पर पार्टी के आंतरिक चुनावों के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाकर राहुल गांधी की भी कड़ी आलोचना की। वैसे आजाद आलाकमान से अरसे से नाराज थे। जी 23 के जो नेता गांधी परिवार पर मुखऱ थे उनकी बागडोर उनके पास ही थी।