बांग्लादेश में जारी हिंसा अब बेकाबू हो चुकी है। शेख हसीना के इस्तीफा देने के बाद भी पिछले 24 घंटे में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, कई घायल बताए जा रहे हैं। इसके ऊपर हिंदू मंदिंरों पर भी हमले शुरू हो गए हैं, लगातार आगजनी की खबरें आ रही हैं। अब बांग्लादेश की हिंसा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा में एक विस्तृत जवाब दिया है।

जयशंकर ने क्या बोला?

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का बस एक एजेंडा था, वे शेख हसीना का इस्तीफा चाहते थे। शेख हसीना ने अनुरोध किया था कि वे कुछ समय के लिए भारत में रहना चाहती हैं। अपने सेना प्रमुखों से बात करने के बाद उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला लिया था। फिर काफी कम समय में उन्होंने भारत आने का फैसला किया।

बांग्लादेश बवाल को क्यों हल्के में नहीं लेगा भारत

सर्वदलीय बैठक हुई

जयशंकर ने इस बात पर भी जोर दिया कि बांग्लादेश के आर्मी चीफ के साथ लगातार संपर्क साधा जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि बांग्लादेश में जो भी सरकार बनेगी, वो भारत के लोगों को सुरक्षा प्रदान करेगी। अब जानकारी के लिए बता दें कि इस मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक पहले ही हो चुकी है। सभी पार्टियों को सरकार ने अपना स्टैंड बता दिया है, तमाम नेता भी अभी केंद्र के साथ मजबूती से खड़े दिख रहे हैं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी कहा है कि वे सरकार का इस मुद्दे पर समर्थन करती हैं।

कैसे हुई थी पूरी तैयारी?

वैसे शेख हसीना क भारत आना पहले से ही तय हो गया था। बताया जा रहा है कि सोमवार को दोपहर 12 बजे मोदी सरकार की एक हाई लेवल मीटिंग हुई थी, उसमें पहले ही बता दिया गया था कि हसीना भारत आना चाहती हैं। फिर उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए, राफेल तक को सक्रिय कर दिया गया। असल में दिल्ली की जगह हिंडन एयरबेस पर शेख हसीना के विमान को लैंड करवाया गया।

हिंडन पर क्यों लैंडिंग?

असल में भारत की सुरक्षा एजेंसियों को अंत तक शेख हसीना की लोकेशन को एक सीक्रेट रखना था। दिल्ली एक ऐसी जगह है जिसकी जानकारी सभी को है और इंदिरा गांधी एयरपोर्ट भी काफी किसी की लैंडिंग होना भी काफ स्वभाविक है। लेकिन सेना और एजेंसियां किसी भी कीमत पर शेख हसीना की लोकेशन की जानकारी किसी को नहीं देना चाहती थी। इसी वजह से उन्हें गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर लैंड करवाया गया।

दिल्ली से क्यों दूरी?

समझने वाली बात यह भी है कि दिल्ली में क्योंकि वीआईपी मूवमेंट वैसे भी ज्यादा रहता है, शेख हसीना की सुरक्षा एक चुनौती बन सकती थी। इस वजह से भी उनके लिए गाजियाबाद को ज्यादा मुफीद माना गया, वहां भी हिंडन एयरबेस पर उनके लिए ज्यादा इंतजाम किए जा सके। एक इनपुट तो यह भी सामने आ रहा है कि भारत को पहले से ही जानकारी थी कि शेख हसीना भारत ही आने वाली हैं। ऐसे में जैसे ही उनका विमान भारत की जोन में आया, उसकी ट्रैकिंग तुरंत शुरू कर दी गई।