Bangladesh News: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। पूर्व पीएम शेख हसीना इस्तीफा देकर भारत में आ गई हैं। उनके फैसलों और उनकी पूरी सरकार के खिलाफ जारी आंदोलन के जनक मूल रूप से नाराज छात्र माने जा रहे हैं। अब अहम सवाल यह है कि आखिर यह छात्रों द्वारा शुरू हुआ आंदोलन इतना हिंसक कैसे बन गया? इसको लेकर बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त रहे और विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव के तौर पर काम कर चुके पूर्व IFS अधिकारी हर्ष श्रृंगला ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम का पूरा विश्लेषण किया है।
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के उग्र होने को लेकर पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि मुझे लगता है कि विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश में छात्रों की शिकायतों की वास्तविक अभिव्यक्ति थे। उनकी मूल मांग है कि बांग्लादेश के युवाओं के लिए समान अवसर होने के लिए समान अवसर होने चाहिए, और यह वह मांग है जिसे सरकार ने पहले स्वीकार कर लिया था, और बाद में अदालतों ने भी सहमति व्यक्त की।
‘पाकिस्तान समर्थक तत्वों ने हाईजैक किया आंदोलन’
उन्होंने कहा कि बाद में उस कारण से प्रदर्शन और विरोध शुरू हो गए। बाद में मुझे लगता है कि मांग प्रधानमंत्री के इस्तीफे की ओर बढ़ गई, और उस समय तक मुझे लगता है कि आंदोलन में अन्य तत्वों की भी घुसपैठ हो गई थी, जिसमें जमात-ए-इस्लामी भी शामिल है, जो एक पाकिस्तान समर्थक समूह है, जिसने 1971 में भी पाकिस्तान का समर्थन किया था और 1971 के बाद से ही इसमें कोई बदलाव नहीं आया है।
भारत के लिए क्यों अहम है बांग्लादेश
बांग्लादेश की स्थिति को लेकर हर्ष वर्धन श्रृंगला ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी पर स्थित होने के कारण बांग्लादेश क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण देश है। हमारे लिए, यह वास्तव में भारत और पूर्वोत्तर के बीच की जगह में फैला हुआ है। इसलिए, यह संकरा चिकन नेक – सिलीगुड़ी कॉरिडोर – बांग्लादेश के उत्तर में जाता है। उस दृष्टिकोण से, यह रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है।
’15 साल में सहयोग से की है खूब प्रगति’
पूर्व विदेश सचिव ने कहा कि एक मित्र और भागीदार के रूप में, आप एक साथ बहुत कुछ कर सकते हैं और पिछले 15 वर्षों में हमने अपने सहयोग के सभी क्षेत्रों में बहुत प्रगति की है। बता दें कि इस्तीफे के बाद बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना भारत आ गई हैं, वे यूके और यूएस में तो शरण की कोशिश कर रही थीं लेकिन उन्हें शरण नहीं मिली। इसके बाद से फिलहाल शेख हसीना भारत में भी है।
शेख हसीना भारत में ही रहेंगी या कहीं और जाएंगी? इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि हसीना अभी क्या प्लानिंग कर रही हैं, वो हमें नहीं पता है। पहले शेख हसीना कोई फैसला करना होगा, उसके बाद हम अपनी आगे की प्लानिंग के अनुसार काम करेंगे।