Minority Hindu Attacks Bangladesh: बांग्लादेश में अगस्त, 2024 में शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद देश में हालत बिगड़ गए थे। हिंसा की घटनाएं हुई और वहां से लगातार इस तरह की खबरें आई कि इस इस्लामिक मुल्क में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को निशाना बनाया गया है। हिंदुओं के मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए यहां-वहां भागना पड़ा। लेकिन बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के महानिदेशक जनरल मोहम्मद अशरफज्जमां ने उनके मुल्क में अल्पसंख्यकों पर किसी भी तरह के हमले होने से साफ तौर पर इनकार कर दिया है।
बीजीबी के महानिदेशक मोहम्मद अशरफज्जमां का कहना है कि इस तरह की खबरें सिर्फ मीडिया में बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई हैं। बीजीबी के महानिदेशक ने यह बयान दिल्ली में 17 से 20 फरवरी तक बीजीबी और भारत के बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के बीच आयोजित 55वें महानिदेशक स्तरीय सीमा समन्वय सम्मेलन के समापन के मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान दिया।
पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद दोनों देशों के सेनाओं के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक थी।
मोहम्मद अशरफज्जमां ने कहा, ‘हाल के दिनों में अल्पसंख्यकों पर हुए हमलों को मीडिया ने बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है। अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले नहीं हुए हैं। दुर्गा पूजा का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुआ। बांग्लादेश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सरकार ने जिम्मेदारी दी थी कि हिंदू समुदाय दुर्गा पूजा का त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से मना सके।’
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बीजीबी के महानिदेशक ने कहा कि हो सकता है कि कुछ राजनीतिक दिक्कत हो लेकिन अल्पसंख्यकों से जुड़ी कोई परेशानी नहीं थी। बीजीबी के महानिदेशक ने यह भी कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच महानिदेशक स्तर की बातचीत के दौरान इंटरनेशनल बॉर्डर के 150 गज के इलाके में भारत की ओर से की जा रही बाड़बंदी को लेकर आपत्ति दर्ज कराई और इसके साथ कई और मामलों को भी उठाया।
भारत ने कहा था- दो महीने में हमले की 76 घटनाएं हुई
बीजीबी के महानिदेशक का यह बयान भारत की ओर से दिए गए बयानों के बिल्कुल उलट है। इस महीने की शुरुआत में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि पिछले दो महीनों (26 नवंबर, 2024 से 25 जनवरी, 2025 तक) के दौरान बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हमलों की 76 घटनाएं सामने आई हैं।”
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बीजीबी ने हमारी मदद की- बीएसएफ महानिदेशक
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद घुसपैठ के सवाल के बारे में पूछे जाने पर बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने कहा, ‘5 अगस्त के बाद, दोनों तरफ की सेनाएं सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए तैनात हैं। घुसपैठ में काफी कमी आई है और यह बीजीबी की मदद से संभव हुआ है। बीजीबी ने हमारा साथ दिया और सीमा पर शांति और सौहार्द्र बनाए रखने में हमारी मदद की।’
दोनों देशों की सेनाओं ने अगले साल ढाका में महानिदेशक स्तर का सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की।
हिंदुओं के घरों पर हुए हमले- रिपोर्ट
यूनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट्स ऑफिस की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया था कि हसीना सरकार के गिरने के बाद बांग्लादेश के ठाकुरगांव, लालमोनिरहाट और दिनाजपुर, सिलहट, खुलना और रंगपुर में हिंदुओं के घरों, व्यवसायों और पूजा स्थलों पर व्यापक हमले हुए। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस तरह के हमले उन इलाकों में ज्यादा हुए, जिन्हें अवामी लीग का समर्थक माना जाता है क्योंकि बांग्लादेश में यह कहा जाता है कि हिंदू अक्सर अवामी लीग का साथ देते हैं।
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