राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतपेटियां यात्रियों के तौर पर उड़ान भर रही है। आयोग ने विमान से भेजी जा रही मतपेटियों के लिए विमान में अलग से सीट आबंटित की है और उसे ‘मिस्टर बैलेट बाक्स’ का नाम दिया है।
मंगलवार ये मतपेटियां चंडीगढ़ पहुंची। मंगलवार को ऐसी 14 मतपेटियां भेजी गर्इं वहीं बुधवार को 16 मतपेटियां संबंधित राज्यों को भेजी जाएंगी। जबकि संसद भवन और दिल्ली विधानसभा के लिए बनीं मतपेटियां बुधवार को भेजे जाने की संभावना है। इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद अब देश भर में बने चुनाव अधिकारी इन मतपेटियों को अपने राज्यों ले जा सकेंगे।
आयोग ने अधिकारियों को सख्ती से चुनाव प्रक्रिया का पालन करने के आदेश दिए हैं। इन चुनाव निगरानी के लिए आयोग ने 37 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है और यह मतदान प्रक्रिया देशभर में 30 मतदान केंद्र पर होगी। आयोग ने संसद भवन में दो पर्यवेक्षक और अन्य राज्यों में एक एक पर्यवेक्षक की तैनाती की गई है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश समेत राज्यों की विधानसभा सचिवालयों के मतपेटियां, विशेष पेन और अन्य सील बंद सामग्री भेजने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू कर दी गई है। यह सामग्री समय बद्ध तरीके से और सुरक्षित पहुंचे, इसके लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की देखरेख में यह काम किया जा रहा है। मतपत्र तथा मतों को चिह्नित करने के लिए विशेष पेन जैसी चुनाव सामग्री ले जाने वाले अधिकारी की सीट के बगल में विमान की अगली पंक्ति में ‘बैठा’ होता है।
जब अधिकारी मतपेटियां व अन्य चुनाव सामग्री लेने के लिए पहुंचते हैं तो उनके साथ स्थानीय पुलिस भी साथ साथ जाती हैं। सहायक चुनाव अधिकारी और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से एक अधिकारी चुनाव सामग्री एकत्र करने के लिए यहां निर्वाचन आयोग के मुख्यालय निर्वाचन सदन में आते हैं।
अधिकारियों को उसी दिन अपने राज्य की दिल्ली लौटना अनिवार्य होता है। जब मतपेटियां और मतपत्र राज्यों की राजधानियों में पहुंच जाते हैं, तो इन्हें सील किए गए स्ट्रांग रूम में रखा जाता है तथा इस पूर्ण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाती है।