ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार (3 जून) को हुए रेल हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है जबकि 1100 से ज्यादा यात्री घायल हैं। दुर्घटनास्थल पर मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाने और दुर्घटनास्थल पर पटरियों की मरम्मत का काम जारी है। इस बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने सभी एयरलाइंस को किराया नहीं बढ़ाने की एडवाइजरी जारी की है।
किरायों में बढ़ोत्तरी न करें एयरलाइंस
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ट्रेन दुर्घटना के बाद उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइनों को सलाह दी है कि वे भुवनेश्वर से किरायों में वृद्धि न करें। सभी एयरलाइंस को सलाह दी गयी है कि वे मृतकों के अवशेषों को उनके गृह राज्यों में वापस लाने की सुविधा के लिए पूरा सहयोग दें। ओडिशा में भीषण ट्रेन हादसे के बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को एयरलाइन कंपनियों को भुवनेश्वर आने और जाने वाली उड़ानों के किराए में असामान्य बढ़ोत्तरी पर नजर रखने की सलाह दी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने सभी एयरलाइन कंपनियों को किराया नहीं बढ़ाने की एडवाइजरी जारी की है।
भुवनेश्वर के लिए कैंसिलेशन और रीशेड्यूल के लिए नहीं ले कोई चार्ज
इसके अलावा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने ने सभी एयरलाइनों को सलाह दी है कि वे भुवनेश्वर के लिए कैंसिलेशन और रीशेड्यूल के लिए कोई शुल्क न लें।
MoCA ने शनिवार को एक बयान में कहा, “ओडिशा में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के मद्देनजर, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइनों को सलाह दी है कि वे भुवनेश्वर और राज्य के अन्य हवाईअड्डों के लिए हवाई किराए में किसी भी असामान्य वृद्धि की निगरानी करें और इसके संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें।” शनिवार को। मंत्रालय ने कहा, “आगे, घटना के कारण उड़ानों को रद्द करने और पुनर्निर्धारण करने पर दंड शुल्क के बिना कार्रवाई की जा सकती है।”
रेल हादसे के बाद 90 ट्रेन रद्द
ओडिशा में पटरी से उतरी कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार यात्री एक विशेष ट्रेन से आज तमिलनाडु के चेन्नई रेलवे स्टेशन पहुंचे। यात्रियों की मदद के लिए पुलिस, TDRF और कमांडो तैनात हैं। स्टेशन के बाहर एंबुलेंस, टैक्सी और बसें भी मौजूद हैं। बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से भीषण रेल हादसा हुआ। दोनों यात्री ट्रेन में करीब 2500 यात्री सवार थे। दुर्घटना में 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।
रेल हादसे के बाद करीब 90 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि 46 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया। इसके साथ ही 11 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है। हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं।
