Bageshwar Dham Baba Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अकसर अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। राजस्थान के भीलवाड़ा में धीरेंद्र शास्त्री ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। जिसको लेकर काफी चर्चा हो रही है। धीरेंद्र शास्त्री ने इस बार हिंदुओं को जातियों में बंटने की बजाय एकजुट होने का संदेश दिया है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि प्रयागराज कुंभ में गैर सनातनी की दुकान नहीं लगनी चाहिए। शास्त्री ने कहा कि इतना ही भाई चारा है तो मक्का मदीना में हिंदुओं की दुकान भी लगवा दें। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को एक होना पड़ेगा और गर्व से कहना पड़ेगा कि ‘हम हिंदू हैं’।
बागेश्वर बाबा ने हिंदुओं के धर्मांतरण को लेकर भी बड़ी बात कही। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि राजस्थानियों को अब घरों से निकलना होगा। ये वीरों की धरती है। शास्त्री ने कहा कि अब हिंदू बदल गया है। हिंदू अब वो नहीं रहा जिसे छेड़ा जाए और वो डर कर भाग जाए। शास्त्री ने कहा कि हमने कसम खाई है कि अगर कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं। धीरेंद्र शास्त्री यहां पांच दिवसीय हनुमंत कथा कहने आए थे।
वहीं उत्तर प्रदेश के चित्रकूट के सिया राम कुटीर युद्योग में चल रहे रामकिंकर शताब्दी समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने सनातन धर्म को लेकर बड़ा बयान दिया। भागवत ने इस दौरान सनातन धर्म की रक्षा के प्रति समर्पण की बात पर जोर दिया। आरएसएस चीफ ने कहा कि संतों के कार्य में कोई बाधा न आए, इसलिए संघ का कार्य है कि द्वार पर डंडा लेकर संतों की सेवा में तत्पर रहें।
मोहन भागवत ने कहा कि कुछ ताकतें देश को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन सत्या को कभी दबाया नहीं जा सकता। गौरतलब हो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागव चित्रकूट दौरे पर हैं। बुधवार को उन्होंने शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं और कार्यक्रम में मौजूद संतों को संबोधित किया।
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आरएसएस प्रमुख ने आगे कहा कि वर्तमान में कुछ ताकतें भारत को दबाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन सत्य कभी दबता नहीं। उन्होंने कहा कि सत्य का समय आता है तो वह सर चढ़कर बोलता है। हमें शस्त्रों की आवश्यकता है, पर साथ ही धारण करने वाले में राम जैसे विचार भी होने चाहिए।
संघ प्रमुख के प्रवचन के दौरान उन्होंने हंसी-मजाक में कहा कि संतों के दिव्य विचार सुनने के बाद उनकी बात कड़वे चूर्ण की तरह है, पर इसी से जीवन में सुधार आता है। राम मंदिर पर डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि अयोध्या सभी का है, राम मंदिर सनातन का है।