Badlapur Sexual Assault Case: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर शहर में एक नामी स्कूल के अंदर दो नाबालिग लड़कियों से कथित यौन शोषण का मामला सामने आया है। जिसके बाद लोगों ने गुस्सा सड़क पर देखने को मिला।

यौन उत्पीड़न की शिकार हुई दो चार वर्षीय लड़कियों में से एक की मां को दो महीने की गर्भवती होने के बावजूद 10 घंटे से अधिक समय तक पुलिस थाने और अस्पताल के चक्कर काटती रही। पीड़ित लड़की के एक करीबी रिश्तेदार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह फिलहाल अस्पताल में भर्ती है और उसे 102 डिग्री बुखार है।

रिश्तेदार ने बताया, “पहले हमने वात्सल्य अस्पताल में मेडिकल जांच कराई और यौन उत्पीड़न की प्रारंभिक पुष्टि के बाद उसे फिर से सरकारी अस्पताल में मेडिकल जांच करानी पड़ी। पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज कराना और फिर मेडिकल जांच कराना बच्ची और उसकी मां दोनों के लिए तनावपूर्ण था।” रिश्तेदार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई, जबकि पीड़िता छोटी बच्ची थी, उन्होंने एफआईआर दर्ज करने में भी देरी की ।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एफआईआर दर्ज करने में कोई देरी नहीं हुई और शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने लड़की के माता-पिता का बयान दर्ज करना शुरू कर दिया था।

हालांकि, एफआईआर में देरी को लेकर गुस्सा पुलिस के खिलाफ मुख्य आरोपों में से एक था, क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर थाने पर धावा बोल दिया और त्वरित कार्रवाई की मांग की।

पीड़िता की मां के बयान के आधार पर बदलापुर पूर्व पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, घटना की सूचना 16 अगस्त को पुलिस को दी गई।
एफआईआर में कहा गया है कि 16 अगस्त को बच्ची के दादा ने उसके माता-पिता को बताया कि एक अन्य लड़की (दूसरी पीड़िता) के पिता, जो उसकी ही कक्षा में पढ़ती थी, उसने उसे बताया कि उसकी बेटी ने कहा है कि स्कूल में उसके दादा ने उसे गलत तरीके से छुआ और अब वह अपने गुप्तांगों में दर्द की शिकायत कर रही है और वह उसे जांच के लिए अस्पताल ले जा रहे हैं।

एफआईआर में कहा गया है कि इससे दादा-दादी के मन में संदेह पैदा हुआ। इसके बाद, लड़की के माता-पिता उसे अस्पताल ले गए और जांच के दौरान डॉक्टर ने पुष्टि की कि उसके साथ यौन उत्पीड़न हुआ था।

(विजय कुमार यादव की रिपोर्ट)