योग गुरू बाबा रामदेव ने माना है कि देश आर्थिक मंदी के आगोश में है। इसके साथ ही रामदेव ने कहा है कि मोदी सरकार इन चुनौतियों से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। उन्होंने कहा है कि अकेले भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में मंदी है ऐसे में इससे निपटने के लिए हमें ताकतवर लोगों की जरूरत है।

उन्होंने एक न्यूज चैनल के साथ बातचीत में कहा कि देश में पिछले पांच साल में एक भी घोटाला सामने नहीं आया है। देश को राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है। सत्ता उन्हीं के हाथों में होनी चाहिए जो देश के लिए सोचते हों। देश को एक ताकतवर सरकार की जरूरत है, ऐसी सरकार नरेंद्र मोदी की है।

मालूम हो कि देश आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहा है। कई कंपनियों को कर्मचारियों को छुट्टी दे दी गई या फिर निकाल दिया गया है। सुस्ती से निपटने के लिए मोदी सरकार ने बीते कुछ समय में कई बड़े कदम उठाए हैं। सरकार ने कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती और बैंकों के विलय समेत कई अन्य फैसले लिए हैं।

21 अक्टूबर को महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि लोगों को मजबूत सरकार चुनने के लिए वोट देना चाहिए। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के मालिक रामदेव ने अयोध्या-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर कहा ‘वक्त आ गया है कि मामले से जुड़े सभी पक्षकारों को सद्भावनापूर्वक अपना समर्थन देना चाहिए।

उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई के आखिरी दिन मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन द्वारा एक नक्शा फाड़े जाने पर कहा कि ‘मुस्लिम पक्ष के वकील की मानसिकता सही नहीं। उन्होंने भगवान राम से जुड़े नक्शे को फाड़ दिया। राम को न मानना और तथ्यों को इग्नोर कर देना गलत है। नक्शे को फाड़ देना किसी सभ्य व्यक्ति का आचरण नहीं हो सकता।’