यूपी के कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान ने मांग की है कि राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ पर पूरी तरह से बैन लगाया जाए। उन्‍होंने यह भी मांग की कि एनडीए की अगुआई वाली केंद्र सरकार को इसे आतंकी संगठन घोषित करना चाहिए। आजम ने रविवार को कहा, ”यह संगठन (आरएसएस) लोगों के बीच नफरत पैदा करने के अपने एजेंडे पर काम करने में व्‍यस्‍त है। वे देश में वैसा ही माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी वजह से 1948 में महात्‍मा गांधी की हत्‍या हुई।” एसपी नेता ने हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी के उस बयान पर भी नाराजगी जताई, जो कथि‍त तौर पर पैगंबर मोहम्‍मद से जुड़ा है। उन्‍होंने तिवारी को बेहूदा भी बताया।

बता दें कि खान के आरएसएस के खिलाफ एक बयान के जवाब में कमलेश तिवारी ने मदरसों पर निशाना साधा था। साथ ही पैगंबर मोहम्मद पर भी टिप्‍पणी की थी। आजम ने कथि‍त तौर पर आरएसएस कार्यकर्ताओं में समलैंगिक करार दिया था। रविवार को यूपी के मिनिस्‍टर ने यह भी कहा कि जिस तरह से गांधी की हत्‍या के बाद नेहरू ने आरएसएस पर बैन लगाया था, ठीक उसी तरह से आरएसएस पर अब भी तुरंत बैन लगा देना चाहिए। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए खान ने कहा कि दिल्‍ली और बिहार चुनाव हारने के बाद भगवा संगठन इस बात पर विचार कर रहे हैं कि वे हार चुके इलाकों पर नफरत की राजनीति के जरिए दोबारा से कब्‍जा कर सकते हैं।

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