अयोध्या में सोमवार को भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद श्रीराम जन्मभूमि परिसर में मौजूद आठ हजार से ज्यादा विशिष्ट अतिथियों और संत-महात्माओं, धर्माचार्यों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान राम हमारे रोम-रोम में बसे हैं। यह हम सभी के लिए भावुक क्षण है, यह पल 500 वर्ष के इंतजार के बाद आया है। आज भारत त्रेता युग में पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प पूरा हुआ। जहां हमने मंदिर बनाने का संकल्प लिया, वहीं मंदिर बन सका। वे बोले- विश्व के सनातन आस्था वालों, संतों, पर्यटकों आदि के प्रमुख केंद्र के रूप में इसे बनाया जा रहा है। यह लोक आस्था और जनविश्वास का विजय है। भारत के लिए यह गौरव का पुनर्प्रतिष्ठा है।
अयोध्या की गलियों में दीपोत्सव, रामोत्सव होगा
वे बोले- निश्चिंत रहिए। प्रभु राम की कृपा से अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में बाधक नहीं बन पाएगा। अयोध्या की गलियों में गोलियों की गड़गड़ाहट नहीं होगी और न ही कर्फ्यू लगेगा। यहां दीपोत्सव, रामोत्सव और यहां की गलियों में श्रीराम के नाम की गूंज सुनाई देगी। हर तरफ विकास होगा, लोगों को आनंद की अनुभूति होगी। धर्मनगरी अयोध्या का गौरव लौट आया है।
सीएम ने कहा- पूरा देश भगवान राम की भक्ति में डूबा है
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अवसर का आनंद पाने के लिए संतों-महात्माओं और देश की जनता ने बहुत त्याग और तपस्या की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह काम आज पूरा हुआ। पूरा देश भगवान राम की भक्ति में डूबा हुआ है, ऐसा प्रतीत होता है कि हम ‘त्रेता युग’ में पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा कि आज भावना ऐसी है जिसके लिए शब्द नहीं मिल रहे हैं। मन भावुक है। उन्होंने वहां उपस्थित लोगों से कहा आप लोग भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह क्षण ऐसा है कि हर नगर, हर गांव अयोध्या धाम है। पूरा राष्ट्र राममय हो गया है। भारत को इसी दिन की प्रतीक्षा थी। आज रघुनंदन राघव रामलला सिंहासन पर विराज रहे हैं। इस भाव-विभोर कर देने वाले क्षण की प्रतीक्षा में पांच शताब्दी बीत गई।