अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। अब प्रशासन ने तो पूरी तैयारी कर ही ली है, अयोध्या के लोगों के लिए भी कुछ मर्यादाएं तय कर दी गई हैं। बाहरी वाहनों की नो एंट्री से लेकर लोगों को घर में रहने की अपील कर दी गई है। असल में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में कई मेहमान आने वाले हैं जिनमें प्रधानमंत्री से लेकर महानायक अमिताभ बच्चन तक शामिल हैं।
अब क्योंकि मेहमान वीवीआईपी हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा भी उतनी ही सख्त रहने वाली है। इसी वजह से अयोध्या में अब अगले दो दिनों के लिए कुछ नियम बना दिए गए हैं। सबसे बड़ा नियम तो ये रहने वाला है कि ना बाहरी गाड़ी अयोध्या में एंट्री ले पाएगी और ना ही बाहरी लोगों को भी आने की इजाजत होगी। अगर कोई अयोध्या का ही रहने वाला है और अपने घर के लिए निकलेगा, उस स्थिति में विशेष पहचान पत्र दिखाकर ही आगे जाने की इजाजत मिलेगी।
वहीं अयोध्या में रहे रहे स्थानीय लोग अपनी गाड़ियां जरूर निकाल सकते हैं, लेकिन उन्हें भी अब अगले दो-तीन दिन कई रूट्स पर डायवर्जन का सामना करना पड़ेगा। पुलिस की तरफ से जोर देकर कहा गया है कि अगर इमरजेंसी स्थिति में घर से बाहर निकलना भी है, तब भी जरूरी प्रमाण पत्र साथ रखें। असल में आज शनिवार से अयोध्या के उदया चौराहे, नया घाट और साकेत पेट्रोल पंप समेत कई जगहों पर चेकिंग होने वाली है। इसी कड़ी में राम मंदिर स्थल और लता मंगेशकर चौक जैसी संवेदनशील जगहों पर बैरिकेडिंग भी कर दी गई है।
राम मंदिर की पूरी कवरेज यहां देखिए
इसके अलावा अयोध्या के हर एक चौराहे पर पुलिस और कमांडो लगे हुए हैं और बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। कुछ इलाकों में तो अयोध्या के लोगों का भी आईडी कार्ड चेक किया जा रहा है। यूपी पुलिस के तीन डीआईजी को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। वहीं 17 आईपीएस, 100 पीपीएस, 325 इंस्पेक्टर, 800 सब इंस्पेक्टर और 1000 से अधिक कांस्टेबलों की तैनाती अयोध्या में की गई है।
अब प्रशासन जमीन पर तो मुस्तैद है ही, सोशल मीडिया पर चल रही खबरों पर भी उसकी नजर रहने वाली है। सरकार ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी की है कि कोई भी मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अयोध्या को लेकर गलत खबर या अफवाह नहीं फैलाएगा। समाज में सदभाव बना रहे, इसी पर जोर दिया जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या को रेड और यलो जोन में बांटा गया है। रेड जोन में पीएसी की तीन बटालियन की तैनाती की गई है तो वहीं येलो जोन में 7 बटालियन की तैनाती की गई है। केवल पुलिस से नहीं बल्कि निजी सुरक्षा एजेंसियों को भी अयोध्या की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है।