अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है। यहां भूतल का काम लगभग पूरा हो चुका है। तीन मंजिला राम मंदिर के निर्माण के लिए दिन रात काम किया जा रहा है। ट्रस्ट का कहना है कि ग्राउंड फ्लोर का काम अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा। इसी बीच मंदिर में रामलला की गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसे लेकर जानकारी सामने आई है कि 2024 में मकर संक्रांति के बाद राम मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला विराजमान की पूजा को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से पीएम मोदी को न्योता भेजा गया गया था, जिसको लेकर अभी प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं आया है। वहीं अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

पूरे देश में होगा भव्य आयोजन

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरे देश में मनाया जाएगा। अयोध्या के अलावा देशभर के सभी मंदिरों को सजाया जाएगा। इतना ही नहीं कई मंदिरों में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से देश के अलग-अलग स्थानों पर भी दिखाया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान वास्तु पूजा से लेकर विभिन्न अनुष्ठान और पूजन भी किए जाएंगे। ये कार्यक्रम करीब सात दिनों तक चलेगा।

तीन मूर्तियां हो रहीं तैयार

अयोध्या में रामलला की तीन मूर्तियों को तराशने का काम किया जा रहा है। एक मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा जबकि दो अतिरिक्त मूर्तियों को मंदिर में ही उचित स्थान पर स्थापित किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि उन मूर्तियों की पवित्रता बनी रहे। अयोध्या में तराशी जा रही रामलला की तीन मूर्तियों में से सर्वश्रेष्ठ को ही मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा। ट्रस्ट के सदस्य के अनुसार, मंदिर की पहली और दूसरी मंजिल पर एक-एक मूर्ति स्थापित की जा सकती है।

मंदिर का कितना काम हुआ पूरा?

राममंदिर में रामलला के गर्भगृह के ऊपरी हिस्से पर निर्माण कार्य चल रहा है। अक्टूबर 2023 तक राम मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा। गर्भगृह के अलावा, मंदिर में पांच मंडप – गुड मंडप, रंग मंडप, नृत्य मंडप, प्रार्थना मंडप और कीर्तन मंडप हैं। इनका भी निर्माण किया जाएगा। पांच मंडपों के गुंबद का आकार 34 फुट चौड़ा और 32 फुट लंबा और आंगन से ऊंचाई 69 फुट से 111 फुट तक है। मंदिर की लंबाई 380 फुट, चौड़ाई 250 फुट और और यह प्रांगण से 161 फुट ऊंचा है।