अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नवनिर्मित यहां नवनिर्मित मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आज अयोध्या पहुंच गए। प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12.20 बजे शुरू हुआ और एक बजे तक उसके पूरा होने की संभावना है। इस समारोह में देशभर से 7000 से अधिक विशिष्ट अतिथियों को बुलाया गया है। वहीं, अयोध्या के राजा बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनके जीवनकाल में राम मंदिर बनेगा।

बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य भी हैं उन्होंने कहा कि राम लला की प्रतिष्ठा के साथ, मंदिर शहर का निर्माण होना तय है। ताकि अयोध्या अपनी खोई हुई भव्यता दोबारा हासिल करे सके। उन्होंने कहा, “माता सीता के श्राप के निवारण के बाद एक बार नीरस हो चुकी अयोध्या अपनी भव्यता पुनः हासिल कर लेगी। व्यापार और रोजगार के अवसरों में वृद्धि के साथ अयोध्या एक शीर्ष धार्मिक और पर्यटन स्थल बन रहा है।”

‘अयोध्या का श्राप मिट गया’

अयोध्या के राजा ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने जीवनकाल में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा का गवाह बनूंगा। बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा ने कहा, “अयोध्या नीरस हो गई थी, उसकी सारी महिमा फीकी पड़ गई थी। ऐसा कहा जाता है कि लंका से लौटने के बाद उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए जाने के बाद, माता सीता ने अयोध्या को श्राप दिया था कि इस शहर में कोई भी खुश नहीं रहेगा।” उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि अभिशाप अब हटा दिया गया है।

‘अयोध्या सबसे महान स्थानों में से एक बनने की राह पर’- राजा

2019 में बसपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले बिमलेंद्र मिश्रा ने कहा, “अयोध्या धार्मिक और पर्यटन स्थलों के मामले में दुनिया के सबसे महान स्थानों में से एक बनने की राह पर है। सभी फ्लाइट महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतर रहे हैं।” अयोध्या हवाई अड्डे में पूरी सीटें भरी हुई हैं। जल्द ही, राज्य सरकार हेलीकॉप्टर सेवा भी शुरू करेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आमद से व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।”

राजा ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिदिन एक लाख से अधिक तीर्थयात्री अयोध्या आएंगे। उन्होंने कहा, “दबाव से निपटने के लिए सड़कों को चौड़ा किया गया है, रेलवे स्टेशनों और बस डिपो का विस्तार किया गया है।”