बाबरी मस्जिद केस के पक्षकार इकबाल अंसारी के घर पर तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। यही नहीं इकबाल अंसारी ने भी सौहार्द का संदेश देते हुए कुरान पढ़ी। इस दौरान अंसारी ने कहा कि अगर हिंदू-समुलमान साथ होंगे तो देश आगे बढ़ेगा। बाबरी केस को जल्द से जल्द सुलझाने के पक्षकार अंसारी ने कहा कि बीते 70 सालों से इस केस पर फैसला नहीं लिया जा रहा। सुप्रीम कोर्ट जो भी साक्ष्य और सबूत मौजूद हैं उनके आधार पर फैसला सुनाए। हम कोर्ट का फैसला भी मानेंगे और केस से जुड़े अलग-अलग पैनल के फैसले को भी नजरअंदाज नहीं करेंगे।
हुनमान चालीसा पाठ के बाद उन्होंने कहा कि इस्लाम एक ऐसा मजहब है जो सभी धर्मों का सम्मान करता है। समाज सभी धर्मों से मिलकर चल रहा है चाहे वह कुरान हो या रामायण। हम समाज से प्यार करते हैं इसलिए मैं चाहता हूं कि हिंदू मुसलमान साथ-साथ प्रेम भाव से रहें। दोनों धर्म से जुड़े लोगों की सिर्फ जुबान अलग-अलग है फर्क सिर्फ इतना है कि संकट में हिंदू भगवान को याद करता है और मुसलमान अल्लाह को।
मालूम हो कि अयोध्या मामले पर 2 अगस्त से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इस केस को सुलझाने के लिए कोर्ट ने इसी साल मार्च में मध्यसथता पैनल का गठन किया था। कोर्ट का मानना है कि विभिन्न पक्षकारों के बीच बातचीत से इस मामले को सुलझाया जा सकता है। कोर्ट ने मामले में मध्यस्थता प्रक्रिया की अनुमति देते हुए उसके नतीजों पर एक अगस्त तक रिपोर्ट मांगी है।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाले पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ ने कहा है कि मध्यस्थता समिति द्वारा दायर रिपोर्ट पर विचार करने के बाद वह दो अगस्त को फैसला लेगी कि क्या मामले में सुनवाई की जरूरत है। अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफएमआइ कलीफुल्ला की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट पर विचार करने करते हुए पीठ ने कहा कि उसके पूर्व के आदेश के अनुसार रिपोर्ट की बातें गोपनीय रहेंगी।