स्पेन से आई हाई-स्पीड टेल्गो ट्रेन ने बुधवार (13 जुलाई) को भारत में अब तक की सबसे तेज ट्रेन ‘गतिमान एक्सप्रेस’ को पीछे छोड़ दिया है। टेल्गो ने अपने तीसरे ट्रायल में 180 किलोमीटर प्रति घंटे (kmph) की रफ्तार पकड़ी जो हाल ही में चलाई गई गतिमान ट्रेन से तेज है। 180 kmph स्पीड से चली टेल्गो ट्रेन 39 मिनट में मथुरा से पलवल पहुंच गई। यह रास्ता उसने 39 मिनट में तय कर लिया था।
भारतीय रेल की तरफ से टेल्गो का ट्रायल 9 जुलाई से शुरू किया गया था। 12 जुलाई को हुए दूसरे ट्रायल में ट्रेन 170 kmph की रफ्तार से दौड़ी थी। फिलहाल रेलवे का Research Designs & Standards Organisation (RDSO) विभाग 26 जुलाई तक कुछ और टेस्ट करेगा। इसके बाद इसे लोगों के लिए चलाया जाएगा।
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क्या है गतिमान की स्पीड: गतिमान ट्रेन जिसे दिल्ली-आगरा रूट पर अप्रेल से ही चलाया गया है उसकी स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
टेल्गो में क्या है खास: टेल्गो की सीटें हवाई जहाज जैसी हैं। इसमें 9 कोच हैं। इसमें से दो क्लास कार, चार चेयर यान, एक कैफेटेरिया के अलावा भी कई चीजें हैं। इसे 4,500 हॉर्सपॉवर के डीजल इंजन से खींचा जाएगा। इसको फिलहाल खाली ही चलाया गया है। वजन रखने के लिए रेत से भरी बोरियां इसमें डाली गईं थी।
फिलहाल सबसे तेज ट्रेन दिल्ली से मुंबई जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस है। वह सामान्य स्तर पर 85 kmph की रफ्तार से चलती है। टेल्गो ट्रेन सामान्य स्तर पर 125 kmph की स्पीड से चला करेगी। इससे दिल्ली से मुंबई के बीच का सफर जो फिलहाल 17 घंटे का है वह 12 घंटे का हो जाएगा।

