असम विधानसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को दूसरे चरण के मतदान हो रहे हैं। इधर राजनीतिक दलों की तरफ से बयानबाजी का दौर जारी है। बीजेपी नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बुधवार को मतदाताओं से पूछा कि आत्मनिर्भर असम चाहिए या मौलाना-निर्भर? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बदरुद्दीन अजमल के भरोसे मौलाना निर्भर असम बनाना चाहते हैं।
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि मोदी जी आत्मनिर्भर असम बनाना चाहते हैं जिससे असम के युवाओं को रोजगार के लिए असम से बाहर कहीं ना जाना पड़े। और ये राहुल बाबा मौलाना निर्भर असम बनाना चाहते हैं जो बदरुद्दीन अजमल के भरोसे हो।मुझे पूरा विश्वास है कि असम की जनता आत्मनिर्भर असम के रास्ते को चुनेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ सत्ता के लिए बोडो-नॉन बोडो, अपर-लोअर असम, असामी व बंगाली को आपस में लड़ाने का काम किया। भाजपा ने बोडोलैंड समझौता कर असम में शांति स्थापित की।
मोदी जी आत्मनिर्भर असम बनाना चाहते हैं जिससे असम के युवाओं को रोजगार के लिए असम से बाहर कहीं ना जाना पड़े।
और ये राहुल बाबा मौलाना निर्भर असम बनाना चाहते हैं जो बदरुद्दीन अजमल के भरोसे हो।
मुझे पूरा विश्वास है कि असम की जनता आत्मनिर्भर असम के रास्ते को चुनेगी। pic.twitter.com/pJoP99O8iX
— Amit Shah (@AmitShah) March 31, 2021
‘सरकार की चाबी जनता के हाथ में है’: अमित शाह ने कहा कि कल ही बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार की चाबी मेरे पास है जैसे चाहूंगा वैसे चलाऊंगा, जिसको चाहूंगा उसे मंत्री बनाऊंगा। अरे बदरुद्दीन, सरकार की चाबी आपके हाथ में नहीं है, असम की जनता के हाथ में है। कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन अजमल, भाजपा असम को घुसपैठियों का अड्डा नहीं बनने देगी।
गृहमंत्री ने कहा कि देश ने देखा है कि कांग्रेस के शासन में असम में हर तरफ हिंसा थी पूरा असम अशांत था। 5 साल में भाजपा सरकार ने असम में शांति स्थापित की व 2000 से ज्यादा अलगाववादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा से जुड़ें हैं। आज असम में कहीं भी गोली नहीं चलती।अमित शाह ने कहा कि दशकों तक असम में आंदोलन होते रहे, गुमराह नौजवानों व असम के नागरिकों पर गोली चलती रही लेकिन कांग्रेस ने कुछ नहीं किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में वादा किया है कि असम व पूर्वोत्तर के बैंबू को कागज और अन्य दूसरे उत्पादों में परिवर्तित करके असम की जनता को आत्मनिर्भर बनाने का काम करेंगे। असम भारत का स्पोर्ट हब बनें, इसलिए 2038 के एशियाई खेलों के लिए गुवाहाटी को तैयार करने का काम किया जाएगा।