असम के जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास बुधवार को एक बड़ी निजी नौका सरकारी नाव से टकराने के बाद डूब गई। घटना में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि टक्कर तब हुई जब निजी नाव निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी नौका माजुली से आ रही थी।

अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ”निजी नाव पलटकर डूब गई। फिलहाल हमारे पास ज्यादा जानकारी नहीं है।” आईडब्ल्यूटी के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि नाव पर 120 से अधिक यात्री सवार थे, लेकिन उनमें से कई को विभाग के सरकारी नौका की मदद से बचा लिया गया। जोरहाट के डिप्टी कमिश्नर अशोक बर्मन ने बताया कि अब तक 41 लोगों को बचा लिया गया है और अभी तक कोई शव नहीं मिला है।

जोरहाट जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”हम अभी यह नहीं बता सकते कि कितने लोग मारे गए हैं।” राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ के कर्मियों ने खोज एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है। नाव में कई चौपहिया और दोपहिया वाहन भी थे, जो नदी में गिर गए।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दुर्घटना पर चिंता व्यक्त की और माजुली व जोरहाट के जिला प्रशासन को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने मंत्री बिमल बोरा को दुर्घटनास्थल पर जाने के लिए भी कहा।

सरमा ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा को चौबीसों घंटे घटनाक्रम की निगरानी करने को कहा। सीएमओ ने एक बयान में कहा, ”मुख्यमंत्री खुद कल स्थिति का जायजा लेने के लिए निमती घाट जाएंगे।”

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया और कहा कि यात्रियों को बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच, माजुली में नौका दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए, केंद्रीय जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने मंत्रालय को बचाव कार्यों के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से भी बात की और त्रासदी के बारे में जानकारी ली।