एक तरफ देश में कोरोना के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। वहीं असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि असम के लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए मास्क लगाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि असम में अब कोरोना वायरस नहीं है। बताते चलें कि शनिवार को जब उन्होंने ये बयान दिया उस दिन देश में लगभग 90 हजार नए मामले सामने आए थे।

इंडिया टूडे के साथ बात करते हुए बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार सरमा ने कहा कि लोग मास्क पहन कर डर को बढ़ा रहे हैं। जबकि असम में मास्क पहनने की कोई जरूरत नहीं है। असम के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में जब मास्क पहनने की जरूरत होगी तो वो बता देंगे। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अगर मास्क पहनेंगे तो ब्यूटी पार्लर कैसे चलेंगे? ब्यूटी पार्लर भी तो चलना जरूरी है। सरमा ने कहा कि अर्थव्यवस्था को सुधारने की भी जरूरत है।

गौरतलब है कि हेमंत बिस्वा सरमा को बीपीएफ अध्यक्ष हग्रामा मोहिलारी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण चुनाव आयोग ने 48 घंटे के लिए सार्वजनिक सभा करने, सार्वजनिक जुलूस निकालने, रैलियां करने, रोड शो करने पर रोक लगा दी थी।

बाद में हेमंत बिस्वा सरमा ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उनके ऊपर लगाए गए बैन को घटाकर 24 घंटा कर दिया था। सरमा ने चुनाव आयोग को यह आश्वासन दिया था कि वो आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों का पालन करेंगे।

कांग्रेस पार्टी की तरफ से 30 मार्च को ईसी से शिकायत की गयी थी कि सरमा ने बीपीएफ प्रमुख को धमकी दी है जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंधन है। बीपीएफ कांग्रेस पार्टी का गठबंधन सहयोगी है। मंत्री की तरफ से चुनाव आयोग को इस संबंध में जवाब दिया गया था लेकिन आयोग को उनका जवाब संतोषजनक नहीं लगा था। असम में तीन चरण में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है।