असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के बाद एक निजी कार में ईवीएम पाये जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। करीमगंज जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक उम्मीदवार की कार से ईवीएम मशीन बरामद किए जाने से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
इसपर शुक्रवार को कई न्यूज़ चैनलों में डिबेट देखने को मिली। ऐसी ही एक डिबेट ‘आज तक’ के शो हल्ला बोल में देखने को मिली। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भाजपा नेता गौरव भाटिया से कई सवाल पूछे। जब भाटिया उनके सवालों का जवाब नहीं दे पाये तो एंकर अंजाना ओम कश्यप ने उनका बचाव करने की कोशिश की और इसको एक संयोग बताया। इसपर कांग्रेस नेता ने कहा कि ये कैसा संयोग है। इतने संयोग तो हिंदी फिल्मों में भी नहीं होते।
गौरव वल्लभ ने कहा “चुनाव आयोग की गाड़ी खराब होती है। उसी समय वहां बीजेपी उम्मीदवार की गाड़ी आ जाती है। बाइगॉड इतने संयोग मैंने अपनी ज़िंदगी में नहीं देखे। मैंने कोई फिल्मों में भी इतने संयोग नहीं देखे।” कांग्रेस नेता ने कहा कि 10 लाख गाड़ियां रजिस्टर हैं असम विधानसभा चुनाव में, लेकिन आपको भाजपा उम्मीदवार की कार ही मिली।
गौरव वल्लभ ने कहा “यह संयोग नहीं है यह आपके प्रयोग हैं, कृष्णेंदु पाल पर भाजपा ने क्या एक्शन लिया। कौन से थाने में उनकी जांच की गई। यह लोकतंत्र के साथ मज़ाक किया जा रहा है। यह ईवीएम को बंधक बनाया जा रहा है। यह ईवीएमनिर्भर सरकार बनाने का प्रयास किया गया है।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कार का वीडियो ट्वीट किया है और चुनाव आयोग से कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। वहीं कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत्य है और हम उम्मीदवार को तत्काल अयोग्य घोषित करने की मांग करते हैं। यह साफ है कि असम में भाजपा हार रही है यही कारण है कि चुनाव जीतने के लिए अवैध साधनों का उपयोग कर रही है, जो अस्वीकार्य है।
बता दें यह कार पाथरकांडी विधानसभा सीट के बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पाल की थी। बोलेरो कार के साथ न तो चुनाव आयोग का कोई अधिकारी था ना ही कार के भीतर कोई सुरक्षा थी। ईवीएम मिलने के बाद चुनाव आयोग ने असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के जरिए करीमगंज के जिला निर्वाचन अधिकारी यानी डीएम से फौरन विस्तार से रिपोर्ट मांगी है और चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग के अधिकारियों की गाड़ी खराब हो गई थी, जिसके बाद अधिकारियों ने एक निजी गाड़ी कर ईवीएम मशीन को ले गई। गौरतलब है कि गुरुवार को असम में दूसरे चरण का मतदान समाप्त हुआ। दूसरे चरण में 76.96 फीसदी वोटिंग हुई।