लोकसभा चुनाव से पहले असम कांग्रेस में भगदड़ मची है। इस बीच असम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा ने एक बार फिर से आशंका जताई है कि आने वाले दिनों में कुछ लोग कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन करेंगे। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन की थी। असम कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्षों में से दो कमलाख्या डे पुरकायस्थ और राणा गोस्वामी और एक विधायक बसंत दास ने पार्टी छोड़ दी।

भूपेन बोरा ने हिमंता पर निशाना साधा

कुछ दिन पहले सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने दावा किया कि कुछ मुस्लिम विधायकों को छोड़कर सभी कांग्रेस विधायक उनके संपर्क में हैं और 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, “भाजपा किसी भी बड़े वादे को पूरा नहीं कर पाई है। कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो अलग-अलग समय पर इन मुद्दों को उठा रही है और असम की जनता के लिए कांग्रेस ही बीजेपी का विकल्प है।”

भूपेन बोरा ने कहा, “व्यक्ति जब कांग्रेस के मंत्री थे, तो उन्होंने कई बार सार्वजनिक बैठकों में घोषणा की थी कि एजीपी मुख्यालय एक विवाह समारोह हॉल बन जाएगा। अब वह एजीपी के साथ सरकार चला रहे हैं।

कई कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ सकते- भूपेन बोरा

भूपेन बोरा ने आशंका जताते हुए कहा, “निश्चित तौर पर कुछ लोग कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होंगे और यह एक अस्थायी झटका होगा। लेकिन यह मुख्य मुद्दों को दबाने के लिए है और वह (सीएम सरमा) मीडिया को नियमित रूप से होमवर्क दे रहे हैं। कमलाख्या और राणा गोस्वामी एक ही दिन भाजपा में शामिल हो सकते थे क्योंकि यह सब पहले से ही तय था। लेकिन अलग अलग दिन क्यों? उनकी योजना मीडिया को होमवर्क देने की है कि तीन दिन हेडलाइन कमलाख्या होगी, तीन दिन राणा गोस्वामी।”

असम कांग्रेस चीफ ने बीजेपी सरकार पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए कहा, “मेरे भाई और भाभी का राज्य के विभिन्न हिस्सों में ट्रांसफर हो गया। मेरा घर में ताले बंद है, मुझे अपना घर गिराने के लिए जीएमसी द्वारा दो बार नोटिस दिया गया है। मुझे जोरहाट पुलिस स्टेशन से नोटिस दिया गया है। कई कांग्रेस नेताओं पर इस तरह का अत्याचार चल रहा है। मैं इसकी परवाह नहीं कर रहा हूं और जो भी परिणाम होंगे, भुगतने को तैयार हूं। लेकिन कमलाख्या ने खुद मुझसे कहा कि दादा, मैं दबाव में हूं। मुझे जीएसटी के लिए 72 लाख रुपये देने होंगे।उसके भाई और भाभी को सीआइडी ने बुलाया था।”