तेलंगाना के निजामाबाद से बीजेपी के सांसद अरविंद धर्मपुरी ने निजामाबाद के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा है कि वे हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी को रैली करने की अनुमति नहीं दें। असदुद्दीन ओवैसी शुक्रवार ( 27 दिसंबर) यहां रैली करने जा रहे हैं। बीजेपी सांसद धर्मपुरी ने सीएए विरोध को हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव पैदा करने वाला बताया। कहा कि वे “प्रदर्शन का विरोध करने के लिए मजबूर होंगे।” उन्होंने कहा “असदुद्दीन ओवैसी देश को विभाजित करने के लिए रैली करने आ रहा है। क्या वह बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले लोगों के लिए लड़ना चाहता है? वह एक राष्ट्र-विरोधी के रूप में काम कर रहा है। उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और उसे हमेशा के लिए सलाखों के पीछे भेज दिया जाना चाहिए।”
आचार संहिता की वजह से पुलिस ने हिंदुओं को रोका था: बीजेपी के सांसद अरविंद धर्मपुरी का कहना है कि असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए सांप्रदायिक और असंवैधानिक बताया है। फिर वह एक सार्वजनिक सभा को संबोधित नहीं कर सकते क्योंकि तेलंगाना नगरपालिका चुनावों से पहले निज़ामाबाद में आचार संहिता लागू है। कहा कि उन्होंने जिला कलेक्टर, ईसी और पुलिस को लिखा है। 26 दिसंबर के पत्र में अरविंद धर्मपुरी ने लिखा, “मुस्लिम समुदाय ने हाल ही में निज़ामाबाद में पुलिस की अनुमति से इनकार के बावजूद सीएए विरोधी रैली की। यह पुलिस विभाग की पूरी तरह से विफलता है। विरोध प्रदर्शन उस दिन हुआ जब नगरपालिका चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। हालांकि आचार संहिता की वजह से पुलिस ने हिंदुओं को सीएए के समर्थन में कोई रैली नहीं करने दी।”
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Arvind Dharmapuri, BJP MP from Nizamabad, Telangana: Asaduddin Owaisi is coming there to divide the country. Does he want to fight for people who are coming from Bangladesh & Pakistan? He’s acting as an anti-national. He should be booked for sedition and sent behind bars forever. https://t.co/3SY66lnSw3
— ANI (@ANI) December 27, 2019
कहा है कि उन्हें रैली करने की बजाए कोर्ट जाना चाहिए : बीजेपी सांसद अरविंद धर्मपुरी ने हैदराबाद के सांसद से कहा है कि उन्हें रैली करने की बजाए कोर्ट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह समुदाय में भय पैदा करने की कोशिश है। घोषणा की कि वह 27 दिसंबर को मार्च के दौरान प्रदर्शन को रोकेंगे। कहा कि “यदि रैली होती है तो सच सबके सामने लाने के लिए वह प्रदर्शन को रोकने के लिए विवश होंगे। ताकि लोग उनकी झूठे प्रोपगेंडा का शिकार नहीं बनें।”
टीआरएस कैडर मंत्री भी होंगे शामिल : हालांकि AIMIM के सूत्रों ने बताया कि बैठक की योजना एक हफ्ते पहले बनाई गई थी और इसके बाद अनुमति मिली। “टीआरएस के शीर्ष नेताओं ने सांसद असदुद्दीन ओवैसी और मुस्लिम यूनाइटेड एक्शन कमेटी के सदस्यों से मुसलमानों को रैली को प्रतिबंधित नहीं करने के लिए कहा, बल्कि इसमें विभिन्न समुदायों के लोगों को शामिल करने की बात कही। टीआरएस के विधायी मामलों के मंत्री प्रशांत रेड्डी को भी रैली में हिस्सा लेना है। एक सूत्र ने कहा कि निजामाबाद में टीआरएस कैडर मंत्री में शामिल होगा।