महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और बीजेपी से बीच ‘वोट जिहाद’ को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक रैली में बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पीएम मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा विविधता की भावना के खिलाफ बताया है। देवेन्द्र फडणवीस के ‘वोट जिहाद’ का जवाब वोटों के ‘धर्मयुद्ध’ से देने के बयान पर भी उन्होंने हमला बोला। ओवैसी ने ऐसी टिप्पणियों को लेकर चुनाव आयोग से भी सवाल किया।

‘तुम मेरी जुबान का मुकाबला…’

ओवैसी ने ने औरंगाबाद में पार्टी उम्मीदवार इम्तियाज जलील और नासिर सिद्दीकी के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। ओवैसी ने फडणवीस पर हमला करते हुए कहा कि ‘महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम इस शहर में आए थे और आकर गैर जरूरी मेरा नाम अपनी जुबान पर लाए। देवेंद्र फडणवीस बोले- सुनो ओवैसी… ए देवेंद्र फडणवीस याद रखो तुम मेरी जुबान का मुकाबला नहीं कर सकते। अगर तुम, मोदी, अमित शाह भी बैठ गए तो मेरी जुबान का मुकाबला नहीं कर सकते।’

फडणवीस ने क्या दिया था बयान

हाल ही में देवेन्द्र फडणवीस ने एक रैली में कहा था कि ‘वोट जिहाद’ का जवाब वोटों के ‘धर्मयुद्ध’ से दिया जाना चाहिए। इसी को लेकर ओवैसी ने हमला बोला है। ओवैसी ने कहा कि ‘हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद किया था और फडणवीस अब हमें जिहाद के बारे में सिखा रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि ‘लोकतंत्र में वोट जिहाद और धर्मयुद्ध कहां से आ गया? आपने विधायक खरीदे, क्या हम आपको चोर कहें?’ उन्होंने कहा, ‘फडणवीस जहां वोट जिहाद की बात करते हैं, वहीं उनके नायक अंग्रेजों को प्रेम पत्र लिख रहे थे, जबकि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने विदेशी शासकों से कोई समझौता नहीं किया।’

अयोध्या में क्यों हुई हार- ओवैसी

ओवैसी ने रैली में कहा, ‘हमने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने का तरीका बताया। जब उन्हें (भाजपा को) मालेगांव में (लोकसभा चुनाव के दौरान) वोट नहीं मिले तो उन्होंने (फडणवीस) वोट जिहाद की बात की। जब उन्हें वोट नहीं मिलते, तो वे इसे जिहाद कहते हैं। वे अयोध्या में हार गए। ऐसा कैसे हुआ?’ ओवैसी ने हिंदूवादी संत रामगिरी महाराज के बयानों पर उठे विवाद का हवाला देते हुए कहा कि पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।