ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ कांग्रेस के मुस्लिम नेता सलमान निजामी ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार (26 दिसंबर) को सोशल मीडिया पर कुछ ट्वीट्स में उन्होंने कहा कि दोनों ओवैसी बंधु हिंदू भगवानों और मंदिरों का मजाक उड़ाते हैं। उन्होंने लिखा, “मैं मुस्लिमों, हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के लिए आवाज उठाऊंगा। मुझे मुस्लिम और भारतीय होने पर गर्व है। मेरा मजहब मुझे इंसानियत सिखाता है और देश एकता का संदेश देता है। ओवैसी भक्त, जहन्नुम में जाएं।”
अगले जुबानी हमले में वह बोले, “कट्टरपंथी, खासकर ओवैसी भक्त मुझे गालियां देते हैं, पर सच्चे मुसलमान मेरे साथ खड़े होते हैं। यही हमारे देश की खूबसूरती है। हम मिलकर हर प्रकार के कट्टरपंथ को जड़ से उखाड़ फेकेंगे। हिंद-मुस्लिम एकता जिंदाबाद। जय हिंद।”
वहीं, आखिरी ट्वीट में उन्होंने कहा- प्रिय मुसलमानों, दूसरे समुदायों को गलत या जिम्मेदार ठहराना हमें शांति की ओर नहीं ले जाएगा। हमें खुद की गलतियां भी देखनी होंगी। मुस्लिमों पर हमलों की बात करने से पहले हमें ओवैसी बंधुओं और उनके समर्थकों की निंदा करनी होगी, जो कि हिंदूओं, उनके देवी-देवताओं और मंदिरों का मजाक बनाते रहते हैं। आपमें से ऐसा करने के लिए कितने लोग राजी हैं?
उन्होंने इससे पहले एक ट्वीट में कहा था कि हिंदू सहिंष्णु होते हैं। ओवैसी जब हिंदुओं की मान्यताओं का मजाक बनाते हैं और खुलेआम बीफ महोत्सव की बात करते हैं, तब कोई उस पर प्रतिक्रिया नहीं देता। सोचिए कि अगर कोई हिंदू पोर्क महोत्सव (सुअर के मीट को लेकर होने वाला जश्न) कैसे मुसलमान की बात करे, तो मुस्लिमों की कैसी प्रतिक्रिया आएगी।
बता दें कि ओवैसी बंधु अपने भड़काऊ भाषणों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इससे पहले, एआईएमआईएम प्रमुख नोएडा प्राधिकरण के पार्कों में नमाज पर रोक को लेकर सूबे की पुलिस पर जमकर बरसे थे। उन्होंने ट्वीट कर कहा था- पुलिस कांवड़ियों पर फूल बरसाती है, पर मुसलमानों के नमाज पढ़ने पर रोक लगाती है। हालांकि, पुलिस बोली थी कि 2019 के चुनाव के चलते उसने यह कदम उठाया था।