भारत सरकार ने अमेरिका से आने वाली कपास 31 दिसबंर 2025 तक के लिए शुल्क मुक्त कर दी है। गुरुवार को सरकार के इस फैसले की आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संंयोजक अरविंद केजरीवाल ने निंदा की। उन्होंने सरकार के इस फैसले को किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा बताया।

अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को राजधानी नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पीठ पीछे चोरी – चोरी कुछ ऐसे निर्णय लिए हैं, जो पूरे देशभर के किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा हैं। अभी 90% – 95% किसानों को पता ही नहीं है कि क्या हो गया है, और जब ये फैसले सामने आएंगे तो ढेरों किसानों के पास आत्महत्या करने के सिवा कोई चारा नहीं बचेगा।

उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पीएम मोदी ने ट्रंप और अमेरिका के दबाव में निर्णय लिया है कि अमेरिका से जो कपास भारत आती है, अभी तक उस पर 11% ड्यूटी लगती थी। इस वजह से भारत के किसानों की कपास अमेरिका की कपास से सस्ती पड़ती थी। भारत के किसानों की कपास मंडियों के अंदर बिक जाती थी। मोदी सरकार ने अमेरिका की कपास से 11% ड्यूटी हटा दी है।

‘अमेरिका की कपास अब सस्ती पडे़गी’

अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि अब अमेरिका से आने वाली कपास पर कोई शुल्क नहीं लगाया जाएगा। अमेरिका से आने वाली कपास भारतीय किसानों की कपास से औसतन 15-20 रुपये प्रति किलो सस्ती पड़ेगी। हमारे किसानों की कपास अक्टूबर से मंडी में आने लगेगी। किसानों ने कपास में अपना पैसा लगाया हुआ लेकिन 30 सितंबर तक हमारे देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री अमेरिकी कपास खरीद चुकी होगी और उनकी जरूरत पूरी भी हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि अमेरिका ने भारत के ऊपर 50% टैरिफ लगाया है। अमेरिका ने अगर गुंडागर्दी करके 50% टैरिफ लगाया है, हमें भी कपास पर 11% से बढ़ाकर 50% टैरिफ कर देना चाहिए था। यही किया दूसरे देशों ने, यूरोपियन यूनियन की कारों पर अमेरिका ने 25% टैरिफ लगाया था, यूरोपियन यूनियन ने उनकी बाइकों पर 50% टैरिफ लगा दिया। इसकी वजह से अमेरिका को झुकना पड़ा। चीन और कनाडा के केस में भी यही हुआ। हर जगह उनकी सरकारों ने ट्रंप को जवाब दिया, ट्रंप एक कायर और बुजदिल आदमी है। हमारा देश दो तरफ से मार खा रहा है, 50% टैरिफ की वजह से हमारा घरेलू उद्योग बंद होने के कगार पर है।

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