अरविंद केजरीवाल अपने पुराने बयान पर कायम हैं। उनका कहना है कि कर्म सबसे अहम होता है लेकिन सफलता तो तभी मिलेगी जब भगवान का आर्शिर्वाद साथ होगा। लक्ष्मी गणेश जी की फोटो नोट पर लगाने भर से ही काम नहीं चलने वाला। लोगों को मेहनत करने के लिए अपने घरों से बाहर तो कदम निकालने ही होंगे।
HT सम्मिट में दिल्ली के सीएम ने कहा कि हम लोग बहुत छोटे हैं। बहुत सारी मेहनत करते हैं पर फिर भी परिणाम नहीं मिल पाता। सफलता के लिए जरूरी है कि हम जीतोड़ मेहनत करें और भगवान की कृपा भी साथ हो। इसी वजह से उन्होंने कहा था कि नोटों पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की फोटो लगाई जाए।
एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि लोगों को विपक्षी एकता से कोई सरोकार नहीं है। इस नारे के साथ बीजेपी के नहीं हराया जा सकता। हालांकि उनका ये भी कहना था कि वो राजनीति में काफी नए हैं। उनकी अपनी उम्मीदें हैं। जो उन पर खरा उतरेगा वो उसके साथ जाएंगे। उनका कहना था कि गुजरात सरकार से लोगों को गुस्सा है। उन्हें यकीन है कि असेंबली चुनाव में
लोग आम आदमी पार्टी को जिताने के लिए वोट करेंगे।
दिल्ली के एमसीडी चुनाव पर उनका कहना था कि वो मध्य प्रदेश के इंदौर से सीख लेंगे। वहां बीजेपी नगर निगम में काबिज है। इंदौर की गिनती देश के सबसे अनुसासित और साफ शहरों में होती है। एक्साईज स्कैम पर उनका कहना था कि लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं है।
अरविंद केजरीवाल का कहना था कि इस मामले की जांच से कोई फायदा नहीं है। अफसर केवल सिसौदिया को अरेस्ट करने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। उनका कहना था कि एक्साईज पॉलिसी को वापस लेने की वजह केंद्र की धमकी थी। अफसरों को लगातार सस्पेंड करने की धमकी मिल रही थी। एलजी पूरी तरह से केंद्र के इशारे पर काम कर रहे हैं।
योगा क्लास बंद करने पर वो खासे तल्ख दिखे। उनका कहना था कि दिल्ली के लोगों ने 70 में से 62 सीटें देकर उन्हें सरकार बनाने का मौका दिया है। अगर योगा क्लास पर वो फैसला नहीं ले सकते तो फिर कौन लेगा। उनका कहना था कि एलजी और केंद्र संविधान के खिलाफ काम कर रहे हैं।