दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शराब नीति घोटाला मामले में एक बाद फिर ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं। उन्होंने ईडी ने चौथा समन भेज 18 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। अरविंद केजरीवाल गोवा के लिए रवाना हो रहे हैं। इससे पहले उन्होंने ईडी को पत्र लिखकर चुनाव से रोकने का आरोप लगाया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि ईडी का मकसद उन्हें गिरफ्तार करना है। ईडी ने सीएम केजरीवाल को पांचवां नोटिस भेजा है।

केजरीवाल ने पत्र में क्या कहा

सीएम केजरीवाल ने ईडी को लिखे पत्र में कहा कि ईडी का मसकद उन्हें गिरफ्तार करना है। ईडी केजरीवाल को गिरफ्तार कर लोकसभा चुनाव में प्रचार से रोकना चाहती है। AAP ने सवाल पूछा कि जब ईडी ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि केजरीवाल आरोपी नहीं हैं, फिर उन्हें समन क्यों भेज रही है और उनकी गिरफ्तारी की तैयारी में क्यों है। आम आदमी पार्टी ने कहा, ‘जो भ्रष्ट नेता बीजेपी में चले जाते हैं, उनके मामले बंद कर दिए जाते हैं। हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, हमारा कोई नेता बीजेपी में नहीं जाएगा’।

कब-कब भेजा गया नोटिस

बता दें कि अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में पूछताछ के 4 बार नोटिस जारी किया जा चुका है। सबसे पहले उन्हें 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। तब वह मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार का हवाला देते हुए पूछताछ में शामिल नहीं हुए। इसके बाद 21 दिसंबर को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन वह विपश्यना के लिए रवाना हो गए। 3 जनवरी को भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचे। इसके बाद ईडी ने चौथा समन भेज उन्हें 18 जनवरी को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा। अब अरविंद केजरीवाल को 5वां नोटिस भेजा गया है।

चार्जशीट में क्या आरोप लगाया गया?

ईडी की जो चार्जशीट सामने आई है,उसमें एक बार नहीं कई बार अरविंद केजरीवाल केक नाम का भी जिक्र किया गया है। अब नाम इसलिए है क्योंकि जांच एजेंसी को पता चला है कि जिस समय दिल्ली की नई शराब नीति बनाई जा रही थी, तब केजरीवाल का हर उस शख्स से संपर्क था जो इस समय इस घोटाले में फंसा हुआ है। जांच एजेंसी के मुताबिक भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू से जब पूछताछ हुई थी, तब उनकी तरफ से भी सीएम का नाम लिया गया था। उन्होंने दो टूक कहा था कि के कविता, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल के बीच एक राजनीतिक समझ चल रही थी।