नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र में आम आदमी पार्टी आप ने भाजपा क्षत्रपों की शाख धोकर रख दी। आप के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आप के पक्ष में चली आंधी में दिग्गज पार्टियों भाजपा ही नहीं कांग्रेस का भी सूपड़ा साफ कर दिया। इस क्षेत्र की दस की दसों सीटें आप ने झटक लीं। पार्टी ने न केवल पिछले चुनाव में रह गई तीन सीटों क ो हासिल किया बल्कि जीत का अंतर भी कई गुणा बढ़ा है। कांग्रेस का साथ छोड़ कर भाजपा का दामन थामने वाली कद्दावर नेता व केंद्रीय मंत्री रही कृ ष्णा तीरथ को भाजपा में जाकर भी आप के हाथों बुरी तरह से मुंहकी खानी पड़ी। जैसा कि पहले से ही नजर आने लगा था कि कांग्रेस मुख्य मुकाबले से ही बाहर थी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा तीसरे पायदान पर ठहर गईं। आप का दामन छोड़ भाजपा के गोद में जा बैठे एमएस धीर को आप के नए नेता प्रवीण कुमार से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। यह जीत लोगों की उम्मीदों की जीत है, यह भ्रष्टाचार के दानव से दो-दो हाथ करने के सपने की जीत है।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक बार फि र से जीत कर इतिहास दोहराया। साथ ही दो साल पुरानी पार्टी ने शानदार बहुमत के साथ नया इतिहास रचा है। अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की नुपूर शर्मा को भारी मतों से हराया। अरविंद केजरीवाल ने यहां से नुपूर को कुल 31 हजार 583 मतों से शिकस्त दी है। केजरीवाल को कुल 57 हजार 213 वोट मिले। जो पिछली बार क ी तुलना में 5719 अधिक है। पिछले विधान सभा चुनाव में केजरीवाल ने कांग्रेस की नेता और तीन बार से विधायक व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 25 हजार 864 वोटों से हराया था। इस बार मतों की गिनती शुरू होने के साथ ही केजरीवाल ने बढ़त ले ली जो हर दौर की गिनती में लगातार बरकरार रही। हर बार की गिनती के साथ केजरीवाल के जीत का अंतर बढ़ता जा रहा था। क ांगे्रसी उम्मीदवार प्रो किरण वालिया तीसरे पायदान पर रहीं।
गोल मार्केट मतगणना केंद्र पर मौजूद आप समर्थकों में मिल रहे रुझानों की खुशी साफ जाहिर हो रही थी। पर वे नतीजे आने तक यहां बने बैरिकेड के बाहर ही इंतजार करते रहे। वे रह-रह कर नारे लगा रहे थे। केजरीवाल मतगणना केंद्र पर आने की बजाय पार्टी के मुख्यालय पटेल नगर पहुंच कर वहीं से नतीजों पर नजर जमाए हुए थे। नतीजों को को लेकर चल रही अटकलों के बीच पार्टी मुख्यालय को जीत के जश्न के हिसाब से सजाया गया था। बड़ा-सा मंच बनाया गया था। गुब्बारों और फूलों से सजाया गया था। यहां केजरीवाल परिवार सहित मौजूद थे। केजरीवाल ने अपनी जीत के लिए जनता का धन्यवाद करने के साथ ही कहा कि उनकी मेहनत व तपस्या में उनके परिवार की भी अहम भूमिका रही है जिसके सहयोग के बिना वे आगे नहीं बढ़ पाते। उन्होंने जनता के उम्मीदों व सपनों को पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी को सफलता पूर्वक निभाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर आप नेता और पूर्व परिवहन मंत्री सौरभ भारद्वाज भाजपा नेता राकेश गुलैया को पटखनी दी। सौरभ ने गुलैया को 14583 मतों से हराया। सौरभ को 57589 वोट मिले जबकि गुलैया को 42902 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा को महज छह हजार वोटों पर ही सिमटना पड़ा। जीतने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सौरभ ने इसे जनता की व जनता के उम्मीदों की जीत बताया। सौरभ ने कहा कि भ्रष्टाचार एक मुद्दा है जो इसके लाभार्थी हंै। उन्होंने आप के खिलाफ वोट दिया है। दूसरा वर्ग है, जो निजी क्षेत्र में काम करता व राजनीति की विचार धारा नहीं हवा के रुख को देख कर वोट देता है। तीसरा वर्ग जो भ्रष्टाचार का शिकार तबका है। उसने दिल खोल कर आप के पक्ष में वोट दिया है। उनकी उम्मीदें बहुत बड़ी है उनको पूरा करने लिए हमें योजनाबद्ध तरीके से काम करना होगा। जो चीजें जल्दी संभव व जो सबसे जरूरी है उन्हें सबसे पहले किया जाएगा। मंत्रिमंडल के विस्तार के बाबत एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बार ज्यादा उम्मीदवार जीते हैं, जिनमें काफी प्रतिभावान व्यक्ति भी हैं इसलिए उनके हिसाब से काम काफी सोच समझ कर तय किया जाएगा।
जंगपुरा से आप नेता प्रवीण कुमार ने भाजपा के टिकट पर उतरे एमएस धीर को करारी शिकस्त दी है। इससे पहले आप के टिकट पर जीते धीर को आप के शासन काल में विधानसभा अध्यक्ष के पद से नवाजा गया था। एक साल के भीतर वे करारी हार के मुहाने पर पहुंच गए। प्रवीण कुमार ने उन्हें 20450 वोटों से हराया है। प्रवीण ने कहा कि हमने हर मुद्दे पर काम करने की रणनीति और कार्ययोजना तक तैयार कर रखी है अगले दिन से ही उस पर काम करना है। जंगपुरा में सीवर और पानी के साथ क्षेत्र का विकास करना है।
मालवीयनगर से जीते सोमनाथ भारती (आप) ने भाजपा की नंदिनी शर्मा को 15 हजार 897 वोटों से हराया है। कांग्रेसी नेता तीसरे पायदान पर पहुंच गए। सोमनाथ ने इसे जनता की आशाओं की जीत बताया और कहा कि जिस तरह वे अपने जान की परवाह किए बिना ड्रग माफिया से भिड़ गए थे जरूरत पड़ी तो वे आगे भी जनहित के लिए जोखिम उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि 67 सालों में जनता मंगता बन गई है उसे वापस उसके हक दिलाने हैं। कस्तूरबानगर से मदनलाल (आप) ने रवींद्र चौधरी (भाजपा) को 15 896 से हराया। आरके पुरम प्रमिला टोकस (आप) ने भाजपा के विधायक रहे अनिल शर्मा को भारी मतों से हराकर यह सीट आप के खाते में झटक ली।
इसके पहले इसी सीट से आप नेता शाजिया इल्मी कुछ 326 वोटों से हार गई थीं। यहां से हारे भाजपा नेता शर्मा ने कहा है कि आप लोगों को झूठा सपना दिखाने में कामयाब रहे। राजेंद्रनगर से आप नेता विजेंद्र गर्ग विजय ने भाजपा के आरपी सिंह को शिकस्त दी है। यह सीट आप ने अबकी बार भाजपा से झटक ली है। करोलबाग से विशेष रवि (आप)ने भाजपा के कद्दावर नेता योगेंद्र चंदोलिया को पटखनी दी है। यहां से भाजपा की या कांग्रेस की ही जीत होती रही है। इसी तरह से पटेलनगर से हजारीलाल चौहान (आप)ने कृष्णा तीरथ भाजपा को 34,638 मतों के भारी अंतर से हराया है। जबकि इस सीट पर आप की वीना आनंद इस बार बागी के तौर पर मैदान में थीं। कांग्रेस के खिलाफ हवा का रुख भांप कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में आई कृष्णा तीरथ भाजपा के सहारे भी चुनावी बैतरणी पार करने में नाकामयाब रही।
मोतीनगर से शिवचरण गोयल (आप) ने भाजपा के नेता सुभाष सचदेवा (भाजपा)को पटखनी दी है। यह सीट उन्होंने भाजपा से छीन ली है पिछली बार यहां से सचदेव चुने गए थे। दिल्ली छावनी से कैप्टन सुरेंद्र सिंह (आप) ने भाजपा के कद्दावर नेता करण सिंह तंवर को दुबार पटखनी दी। वे पिछली वार 355 वोट से जीते थे अबकी बार जीत का अंतर ज्यादा है। जीत के बाद तमाम नेता अपने इलाके में जश्न मनाने व वोटरों का धन्यवाद करने पहुंचे। ढोल ताशों के बीच नाचते-गाते लोगों के यह अपनी जीत लग रही थी। इलाके की घरेलू महिलाएं भी मतगणना केंद्र के बाहर जमा थीं और चाहती हंै कि केजरीवाल घरेलू महिलाओं को भी स्वावलंबी बनाने और उनके हुनर के उपयोग कि ए जाने की दिशा में भी कुछ पहल करें।
प्रतिभा शुक्ल