दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों के खिलाफ कथित तौर पर आरोपपत्र दाखिल करने का फैसला किया है। इनके खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न पुलिस थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं। इससे पार्टी के लिए एक नया संकट खड़ा हो गया है।

21 विधायकों की सूची में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम भी शामिल है जिनके खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल के नाम भी सूची में शामिल हैं। हालांकि, दिल्ली पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने आप विधायकों के खिलाफ आरोपपत्र के बारे में कोई जानकारी होने की बात से इनकार किया है।

उन्होंने आरोपपत्रों पर सवाल के जवाब में कहा, ‘आपको जो पता चला है वह मेरी जानकारी में नहीं है।’ लेकिन उन्होंने कहा कि लंबित मामलों में हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द जांच पूरी करना और अदालत के समक्ष तथ्य को लाना है। आप विधायकों के खिलाफ दर्ज ज्यादातर मामले सरकारी आधिकारियों को उनके कर्तव्य निर्वहन से रोकने के आरोप के तहत हैं।

हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि दो विधायकों पर छेड़छाड़, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा के गंभीर आरोप हैं। पार्टी विधायकों के खिलाफ कुल 48 मामले दर्ज हैं जिनमें से एक में समझौता हो गया है। सूत्रों ने बताया कि दो मामलों में आरोपी बरी हो चुके हैं। 20 मामलों में सुनवाई लंबित है जबकि 24 अन्य की जांच चल रही है।

मामलों पर दिल्ली पुलिस की स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक केजरीवाल के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं, ये सारे संसद मार्ग पुलिस थाने में हैं। मीडिया में आई खबरों पर आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि यह कुछ और नहीं बल्कि कायरता है। दिल्ली पुलिस व केंद्र को आप को आसान लक्ष्य नहीं बनाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस और आयुक्त को समझना चाहिए कि मोदी सरकार के तहत जो कोई कानून तोड़ता है या जेल जाता है उन्हें इस बात पर गौर करना चाहिए कि आइएएस और आइपीएस अधिकारियों के साथ राज्य में क्या हुआ। सिंह ने कहा कि यदि हममें से किसी के खिलाफ आरोप हैं तो वे मामले दर्ज करने के लिए आजाद हैं। लेकिन आप को आसान लक्ष्य के रूप में नहीं देखें।

पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता आशुतोष ने आरोप लगाया कि सुषमा स्वराज व ललित मोदी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार आप के खिलाफ खबरें प्लांट कर रही हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने वाले लोगों की सूची में मेरा नाम नहीं है। मेरे खिलाफ भी कई मामले हैं। बाहर छोड़ा हुआ और महत्त्वहीन महसूस कर रहा हूं।’