नई दिल्ली। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन की निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाएं पूरी तरह से तैयार हैं और सीमा पार से ऐसे हर उकसावे का जवाब दे रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी पाकिस्तान से कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में सीमा पर संघर्षविराम का उल्लंघन करना बंद करे क्योंकि देश में जमीनी हालात अब बदल चुके हैं। कांग्रेस और भाजपा ने भी संघर्षविराम के उल्लंघन को गंभीर मुद्दा बताया।

जेटली ने कहा कि पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि जिस तरह का माहौल वह दोनों देशों के बीच पैदा कर रहा है, उससे संबंधों को सामान्य बनने में निश्चित तौर पर मदद नहीं मिलने जा रही है। संघर्षविराम के लगातार उल्लंघन पर रक्षा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन हो रहा है और निर्दोष नागरिकों की जान जा रही है।

जेटली ने कहा कि सकारात्मक माहौल बनाने की जवाबदेही पाकिस्तान पर है जो ऐसा करने में पूरी तरह से विफल रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा- लोग इस बात से आश्वस्त रहें कि हमारी सशस्त्र सेनाएं और अर्द्धसैनिक बल पूरी तरह से तैयार हैं और पाकिस्तान की ओर से हरेक उकसावे का जवाब दे रही हैं।
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम से हट कर कहा- पाकिस्तान को समझना चाहिए कि भारत में हालात अब बदल गए हैं। वे जम्मू जिले में पाकिस्तान की ओर से किए गए संघर्षविराम उल्लंघन पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे।

सिंह ने कहा कि उन्होंने जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया इलाके में स्थिति की जानकारी लेने के लिए बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक से बात की है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के महानिदेशक को जम्मू-कश्मीर के उन सीमाई इलाकों में पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं, जहां से संघर्षविराम के उल्लंघन की घटनाओं की खबर है। पिछली बार सिंह ने बीएसएफ प्रमुख को कहा था कि वे संघर्षविराम का उल्लंघन करने पर पाकिस्तान को उचित जवाब दें।

कांग्रेस और भाजपा ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया जाना एक गंभीर मुद्दा है और उसे ऐसी गतिविधियों से बाज आना चाहिए। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पाकिस्तान जो भी कर रहा है, वह निश्चित तौर पर एक गंभीर मुद्दा है। हम पाकिस्तान को यह बता देना चाहते हैं कि ऐसी गतिविधियां उसके लिए अच्छी नहीं हैं। पाकिस्तान की गतिविधियों की निंदा करते हुए पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि ऐसी घटनाएं ईद के मौके पर हुईं। कांग्रेस के नेता खुर्शीद ने कहा कि इससे ज्यादा बुरा और कुछ हो नहीं सकता। पार्टी के ही वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने इन उल्लंघनों के बारे मोदी सरकार की चुप्पी पर हैरानी जताई है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या चुनावी रैलियों के दौरान दिखाया गया साहस खत्म हो गया? आजाद ने कहा कि चुनावों से पहले वे पाकिस्तान को ललकार रहे थे लेकिन अब वे खामोश हैं।