जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने की पहली वर्षगांठ पर कश्मीर में भाजपाइयों ने मिठाई बांट कर जश्न मनाया है। इसपर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर तंज़ कसा है। अब्‍दुल्‍ला ने कहा कि वे लोग यहां जश्‍न मना रहे हैं, वहीं हमारी मीटिंग भी बैन है।

अब्‍दुल्‍ला ने लिखा “बीजेपी अपनी हिपॉक्रसी दिखा रही है। ये लोग इकट्ठा होकर जश्न माना रहे हैं, वहीं जम्मू और कश्मीर में ये चल क्या रहा है इसपर चर्चा करने के लिए एक दूसरे से मिल भी नहीं सकते।” अब्‍दुल्‍ला के इस ट्वीट पर कुछ यूजर्स ने उन्हें ट्रोल भी किया। एक ने लिखा ” एक ने लिखा हम आपके हिस्से का भी जश्न माना रहे हैं। आखिरकार है तो दोनों कश्मीरी ही।” एक ने लिखा “कश्मीर में क्या चल रहा है इस बात की चर्चा करने के आपके दिन खत्म हो गए हैं। घर में रहिए सेव खाइये।”

बता दें भारत सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 एवं 35ए को खत्म कर दिया था। साथ ही उसने जम्मू-कश्मीर को विधानसभा से युक्त और लद्दाख को विधानसभा रहित केंद्रशासित प्रदेश बनाने की घोषणा की थी।

कश्मीर में बुधवार को कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंकाओं को देखते हुए मंगलवार से ही कर्फ्यू लगा दिया गया था। जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने का मोदी सरकार का फैसला अब भी कश्मीर में विवादास्पद और बहस का मुद्दा बना हुआ है, जहां तमाम लोग इसे जम्मू-कश्मीर के भारत के दखल के तौर पर देखते हैं।

स्थानीय राजनीतिक दल नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेताओं ने 5 अगस्त को ‘काला दिन’ करार दिया है। अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले के बाद बड़े पैमाने पर राजनीतिक गिरफ्तारियों के बीच पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित दोनों दलों के कई नेता एक साल तक नजरबंदी में रखे गए थे।