रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि प्रथम दृष्ट्या खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में धारा 306 के तहत उनके खिलाफ कोई केस ही नहीं बनता है। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि हाई कोर्ट एफआईआर रद्द करने पर फैसला करे और तब तक अंतरिम जमानत बढ़ाई जाती है। इस मामले में रिपब्लिक टीवी के शो ‘पूछता है भारत’ में अर्नब गोस्वामी ने शिवसेना प्रवक्ता संजय गुप्ता से कहा कि जब केस ही नहीं बनता तो मेरे साथ आतंकवादियों की तरह सलूक क्यों किया गया। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने गुप्ता को ‘नॉटी बाबा’ बोल दिया तो संजय गुप्ता भड़क गए।
गौरव भाटिया ने कहा, ‘चार बड़ी बातें सुप्रीम कोर्ट ने कही हैं। पहली बात सर्वोच्च न्यायालय ने केवल अर्नब के लिए नहीं बल्कि हर आदमी के लिए कहा कि उसके प्राण और दैहिक स्वतंत्रता को सुरक्षित रखना है।’ इसके बाद संजय गुप्ता ने कहा, ‘पत्रकारिता के लिए भी कुछ कहा गया है। उसको भी बताइए।’ गौरव भाटिया ने कहा, ‘इनको बुलवा लीजिए। अंदर से आग लगी हुई है। ये सुनना नहीं चाहते। आप दोनों जज का नाम ही बता दीजिए। ऐसे अनपढ़ गांवारों की तरह चर्चा करेंगे, अच्छा नहीं लगता। आप सुप्रीम कोर्ट को सम्मान देंगे या नहीं?’ संजय गुप्ता ने कहा, जब आप चाहें तो सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करें और न चाहें तो न करें।
संजय गुप्ता ने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आपको अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन आप परम नहीं हैं।’ गौरव भाटिया ने कहा, ‘गंभीर चर्चा को ऐसा न करिए नहीं तो ये उखड़ जाएँगे।’ संजय गुप्ता ने कहा कि क्या आप केबीसी खेलने आए हैं? भाटिया बोले, ये उखाड़ दिया उखाड़ दिया कर रहे थे ये आज पहली ही लाइन में उखड़ गए। ये सर्कस के शेर हैं। इनसे मेरी कोई तुलना नहीं है और न मैं डिबेट करना चाहता हूं। इसके बाद अर्नब ने भी कहा कि इधर-उधर की बात न करके सवाल का जवाब दीजिए।
वकील सुरेंद्र चौहान ने इसके बाद कहा, ‘मुबारकबाद कि आपकी इंटरिम बेल बढ़ गई है। गौरव भाटिया से पूछो कि क्या कारण रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने पूरी ताकत नहीं लगाई।’ गौरव भाटिया ने कहा कि एक दिन भी किसी को गलत तरीके से जेल में डालना गलत है।