आर्मी चीफ मनोज . एम. नरवणे ने सेना दिवस परेड के मौके पर सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा ” पिछला साल सेना के लिए बेहद ही चुनौती पूर्ण था। इसके अलावा उन्होंने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध पर बिना किसी देश का नाम लिए हुए कहा कि किसी को भी हमारे संयम की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हम बातचीत और राजनीतिक उपायों के जरिए हर समस्या का समाधान करने को प्रतिबद्ध हैं। थल सेना प्रमुख ने इस अवसर पर पिछले साल गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को भी याद किया और कहा कि मैं भारत के लोगों को यह आश्वासन देना चाहता हूँ कि गलवान घाटी में हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
आर्मी दिवस के मौके पर जनरल नरवणे ने कहा कि सीमापार की साजिशों का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हम बातचीत और राजनितिक प्रयासों के माध्यम से हर विवाद को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश की अखंडता और सुरक्षा पर कोई भी आंच नहीं आने देगी। आर्मी चीफ ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिति नियंत्रण को लेकर करीब आठ दौर की सैन्य वार्ता हुई। चीन के साथ जारी सीमा विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि हम आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर वर्तमान स्थिति का समाधान खोजना जारी रखेंगे।
ज्ञात हो कि पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। ख़ुफ़िया रिपोर्ट के अनुसार सीमा विवाद में चीन के करीब 35 सैनिक भी मारे गए थे लेकिन चीन ने अपने जवानों की संख्या सार्वजनिक नहीं की थी। गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को लेकर सेना प्रमुख ने चीन को गंभीर चेतावनी भी दी। साथ ही उन्होंने देश के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि किसी भी कीमत में सैनिकों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।
सेना दिवस परेड के मौके पर आर्मी चीफ ने पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया। सेना प्रमुख ने कहा कि दुश्मन को सभी सीमा पर कड़ा जवाब दिया जा रहा है। पाकिस्तान आतंकवादियों को अपने यहाँ पनाह दे रहा है और ड्रोन के जरिए हथियार मुहैया करा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर मौजूद शिविरों में करीब 300 से 400 आतंकवादी घुसपैठ को तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने पाकिस्तान पर और हमला बोलते हुए कहा कि पिछले साल संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो पाकिस्तान की भयावह साजिशों को दिखाता है।