लद्दाख के डेमचोक में चीनी सेना की घुसपैठ पर चुप्पी तोड़ते हुए आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि चीन की तरफ से कोई घुसपैठ नहीं हुई है। एक कार्यक्रम के दौरान चीन की तरफ से हुई घुसपैठ को लेकर किए गए सवाल पर बिपिन रावत ने कहा कि इस संबंध में हमने पहले कही आधिकारिक बयान जारी कर चुके हैं, आपको क्यों भरोसा नहीं होता है जब कोई स्टेटमेंट दी जा रही है ? आप सुरक्षा बलों पर शक करते हैं तो हमें बड़ी शर्मा आती है।
बता दें कि 6 जुलाई को तिब्बती शरणार्थी दलाई लामा का 84वां जन्मदिन मना रहे थे। इस दौरान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान एसयूवी पर सवार होकर भारतीय सीमा के काफी अंदर तक आ गए थे। तिब्बतियों द्वारा झंडा फहराए जाने का इन लोगों ने विरोध किया था।
रावत ने कहा कि बॉर्डर एरिया में जब कोई आता है तो उसके साथ चीनी नागरिक भी आते हैं वो स्थिति का मुआयना करने आते हैं, ऐसा हम भी करते हैं आर्मी और आईटीबीपी के जवान भी हमारे नागरिकों के साथ सीमा के इलाकों में जाते हैं। सब कुछ सामान्य है।


करगिल विजय के 20 साल पूरा होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में जनरल बिपिन रावत ने कहा चीनी अधिकारियों के साथ फ्लैग मीटिंग के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया था और इसे सुलझा लिया गया है। चीन के साध संबंध अच्छे हैं।
बता दें कि चीन की तरफ से घुसपैठ के मामले को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ट्वीट करते हुए बीजेपी को  राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर उसके रवैये पर सवाल उठाया था। उन्होंने लिखा था लद्दाख के डेमचोक में चीनी घुसपैठ चिंता का विषय है। चीन से इस मसले पर मोदी सरकार को हर स्तर से बात करनी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने के लिए बीजेपी का रवैया जिम्मेदार है।”