आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने आज देश को बॉर्डर के हालात के बारे में जानकारी दी। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जनरल मनोज पांडे ने कहा कि पिछले 5-6 महीनों में राजौरी और पुंछ में स्थिति और आतंकवादी गतिविधियां हमारे लिए चिंता का विषय रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमा पर हालात स्थिर लेकिन संवेदनशील है।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि हम सैन्य, राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी रखे हैं। वहीं, पूर्वी लद्दाख विवाद पर सेना प्रमुख ने कहा कि हमारे पास किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त रक्षा बल हैं। जनरल पांडे ने कहा कि घुसपैठ की कोशिशें हुई हैं इसके बावजूद नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम कायम है।
भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति चिंता का विषय- सेना प्रमुख
र्वी लद्दाख विवाद को लेकर भारत-चीन वार्ता पर सेना प्रमुख ने कहा कि जारी मुद्दों का समाधान तलाशना एक सतत प्रक्रिया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ में आतंकवादी गतिविधियों पर सेना प्रमुख ने कहा कि यह वो क्षेत्र है जहां हमारा विरोधी आतंकवाद को बढ़ावा देने में सक्रिय है। उन्होंने कहा कि भारत-म्यांमार सीमा पर स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय है, हम वहां के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं। भूटान-चीन सीमा वार्ता पर सेना प्रमुख ने कहा कि भूटान के साथ हमारे मजबूत सैन्य संबंध है और हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं।
LoC पर घुसपैठ की कोशिशें नाकाम
वहीं, जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर सेना प्रमुख ने कहा कि हम एलओसी पर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर रहे हैं, जम्मू-कश्मीर के भीतरी इलाकों में हिंसा में काफी गिरावट आई है। जनरल मनोज पांडे ने कहा, ” 2003 तक, इस क्षेत्र में आतंकवाद पूरी तरह से फैल गया था पर 2017-18 तक वहां शांति स्थापित की गयी। चूंकि, घाटी में शांति आ रही है, ऐसे में हमारे विरोधी क्षेत्र में फेक आइडेंटिटी को प्रोत्साहित कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना राजौरी पुंछ क्षेत्र में आतंकवाद को बढ़ाने की कोशिश कर रही है।”
दिल्ली में जनरल मनोज पांडे ने कहा कि उत्तरी सीमा पर स्थिति स्थिर लेकिन संवेदनशील है। हम दोनों पक्षों के बीच मुद्दों के समाधान और संतुलन के लिए बातचीत जारी रखे हैं। तैयारियां बहुत अधिक हैं और तैनाती मजबूत और संतुलित दोनों है।