आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कश्मीर के पुराने वक्त को याद कर कहा है कि अगर हालात सामान्य रहे तो उम्मीद है कश्मीरी आवाम से भविष्य में बिना बंदूकों के मुलाकात होगी। इसके साथ आर्मी चीफ ने सीमा पर पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियों पर पड़ोसी मुल्क को सख्ती से आगाह किया है।

मंगलवार (13 अगस्त 2019) को मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि ’70-80 के दशक में हमारा उनसे (कश्मीरियों) बेहतर मेल-मिलाप था। हम उस समय भी वहां तैनात थे। बड़े ही अच्छी तरह से आवाम के साथ मेल-मिलाप रहता था। उस तरह का मेल-मिलाप अगर दोबारा शुरू हो गया तो बहुत अच्छा रहेगा। उस समय हम बगैर बंदूकों के मिलते थे और अगर वहां सब कुछ सही रहा था तो हम दोबारा बगैर बंदूकों के मिल सकते हैं। और हम ऐसा ही चाहते हैं।’

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान की तरफ की जा रही तैयारियों पर आर्मी चीफ ने चेतावनी देते हुए दुश्मन देश को आगाह किया है कि भारत किसी भी तरह के हमले के लिए तैयार है क्योंकि भारतीय सेना हर मोर्चे पर तैयार रहती है।

पाक की ओर से एलओसी पर तोप और एयरबेस पर फाइटर प्लेन की तैनाती पर रावत ने कहा कि यह पड़ोसी मुल्क की मर्जी है, इससे हमें फर्क नहीं पड़ना चाहिए। हमें इस बारे में अधिक चिंतित नहीं होना चाहिए। यह सामान्य बात है। हम पाकिस्तान की हर हरकत का जवाब देंगे। मालूम हो कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया गया है।

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पाकिस्तान भारत के इस कदम को कश्मीरियों के खिलाफ बता रहा है। पाकिस्तान जो कि बीते 70 सालों से कश्मीर को लेकर जंग के मैदान में भारत से हार चुका है वह एकबार फिर इस मुद्दे पर आक्रमक नजर आ रहा है। बहरहाल पाकिस्तान के पास सीमा पर सेना तैनात कर आक्रमकता दिखाने और इंटरनेशनल फोरम (आईसीजे और संयुक्त राष्ट्र) में गुहार लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।