Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के लिहाज से बीजेपी के लिए पश्चिम बंगाल (West Bengal) बेहद अहम है और पार्टी लगातार टीएमसी (TMC) के नेताओं को अपने खेमे में ला रही है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी ने अपने सभी 42 प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं लेकिन मौजूदा सांसद अर्जुन सिंह (Arjun Singh) का टिकट काट दिया है। अर्जुन सिंह पहले बीजेपी में थे और 2021 में वे TMC में चले गए थे। अब टीएमसी ने टिकट नहीं दिया तो अर्जुन सिंह दोबारा बीजेपी में आ गए हैं। इसके बाद उन्होंने बड़ा बयान दिया है।
बता दें कि दिब्येंदु अधिकारी बंगाल भाजपा के दिग्गज नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के भाई हैं। पहले शुभेंदु अधिकारी भी तृणमूल में थे। दिब्येंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल की तमलुक लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं। ये क्षेत्र अधिकारी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है।
बीजेपी में शामिल होने के बाद अर्जुन सिंह ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस ने बैरकपुर से मुझे सांसद का टिकट देने का वादा किया था, पार्टी ने वादा खिलाफी की है। इसके अलावा स्थानीय विधायकों से मेरे खिलाफ बयानबाजी करवाई जाती है। मैं अपमानित हूं, इसलिए बीजेपी में लौट रहा हूं।
कार्यकर्ताओं की जान बचाने के लिए छोड़ी बीजेपी
अर्जुन सिंह ने कहा कि मैं 2019 में बीजेपी से सांसद बना था लेकिन 2021 में चुनाव के बाद हिंसा के बाद मुझे पार्टी कार्यकर्ताओं को बचाने के लिए बीजेपी से दूरी बनानी पड़ी। जिनमें से कई की हत्या तक कर दी गई है। अर्जुन सिंह ने कहा कि मैंने देखा कि टीएमसी सरकार पुलिस और गुंडों की मदद से सिर्फ सत्ता में रहना चाहती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमने संदेशखाली में देखा। बंगाल में एक नहीं बल्कि कई संदेशखाली हैं।
गौरतलब है कि साल 2019 में अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं। इसके बाद उन्होंने बैरकपुर में तृणमूल के तत्कालीन उम्मीदवार दिनेश त्रिवेदी को हराया था। बीजेपी में मतभेदों के मद्देनजर वह तीन साल बाद तृणमूल में लौट आए थे। हालांकि, उनकी संसद सदस्यता बरकरार रही।
तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को अपने उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की थी। पार्टी ने बैरकपुर लोकसभा सीट से राज्य सरकार में मंत्री पार्थ भौमिक को उम्मीदवार बनाया है, जिसके चलते अर्जुन सिंह नाराज थे।