हाल ही में कांग्रेस नेता आरिफ मोहम्मद खान का एक बयान चर्चा में है, जिसमें उन्होंने बताया था कि राजीव गांधी सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे नरसिम्हा राव ने एक बार उनसे कहा था कि ‘मुसलमानों के उत्थान की जिम्मेदारी कांग्रेस की नहीं है, यदि वो गड्ढे में पड़े रहना चाहते हैं तो पड़े रहने दें।’ अब द वायर ने आरिफ मोहम्मद खान का इंटरव्यू किया है, जिसमें महिला पत्रकार ने जब आरिफ मोहम्मद से देश में कथित एंटी मुस्लिम राजनीति पर सवाल किया तो आरिफ मोहम्मद ने नाराज होते हुए महिला पत्रकार से सवाल किया कि ‘क्या आप पाकिस्तान में रहना चाहती हैं?’ इंटरव्यू के दौरान पत्रकार आरफा खानम शेरवानी ने आरिफ मोहम्मद खान से सवाल किया कि हम एक ऐसे देश में जी रहे हैं, जहां मेनका गांधी ने कहा कि मुसलमान मुझे वोट नहीं देते, मैं उनका काम नहीं करूंगी। प्रधानमंत्री कहते हैं कि राहुल गांधी वायनाड से इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि वह जानते हैं कि हिंदू उन्हें वोट नहीं करेगा। हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं मोदी सरकार के 303 सांसदों में से एक भी मुस्लिम नहीं हैं। आज पूरी राजनीति एंटी मुस्लिम पिलर पर बेस्ड है!

इस सवाल का जवाब देते हुए आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आप पाकिस्तान में रहना चाहती हैं? जहां हर जुमे को मस्जिदों में बम फेंके जाते हैं! आप सीरिया में रहना चाहती हैं या यमन में रहना चाहती हैं या वहां रहना चाहती हैं, जहां इंसानों के अधिकार महफूज हैं! आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि साल 1986 में देश के सामने जो मुद्दे थे, जिनमें शाहबानो मामला और अयोध्या मामला शामिल थे, वो आज तक नहीं सुलझ पाए हैं। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जो हिंदुस्तान का भविष्य है, वहीं मुसलमानों का भविष्य है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने मुस्लिमों के प्रोग्रेसिव होने की वकालत की और मुस्लिम कट्टरपंथ की मुखालफत की।

बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने मुस्लिम वोटबैंक की राजनीति की है। इसी दौरान पीएम ने राजीव गांधी सरकार में मंत्री रहे नरसिम्हा राव के एक बयान का उल्लेख किया, जिसमें मुसलमानों को लेकर उपरोक्त बातें कहीं गई थी। पीएम के बयान के बाद ही भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरिफ मोहम्मद खान के उस इंटरव्यू की फुटेज सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसमें उन्होंने नरसिम्हा राव द्वारा मुसलमानों को लेकर कही गई बात कही थी।