लखीमपुर खीरी हिंसा में बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज होने के बाद उनके पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने बुधवार को पत्रकारों के साथ बदतमीजी की। पत्रकारों से बदतमीजी किए जाने के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र पर फिर से सवाल उठने लगे हैं और उनको केंद्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की जा रही है। इसी मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि गृह राज्य मंत्री अपने ही मंत्रालय में पिछले दरवाजे से घुस रहा है। इसपर एंकर ने भाजपा प्रवक्ता से जवाब मांगा तो उन्होंने केंद्रीय मंत्री का बचाव करते हुए कांग्रेस नेताओं पर भी आरोप लगाए।

दरअसल आजतक न्यूज चैनल पर टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि गृह मंत्रालय में चारों लोगों के ऊपर संगीन मुक़दमे चल रहे हैं। निशीथ प्रमाणिक, अजय मिश्र टेनी, नित्यानंद राय और अमित शाह के क्या ही कहने। अब यह क्राइटेरिया बन चुका है कि कौन कितना बड़ा अपराधी होगा वो गृह मंत्रालय में आएगा। आज अजय मिश्र टेनी को पीछे के दरवाजे से मंत्रालय में जाना पड़ रहा है।

कांग्रेस प्रवक्ता के इन आरोपों को लेकर जब एंकर अंजना ओम कश्यप ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया से जवाब मांगा तो उन्होंने केंद्रीय मंत्री का बचाव करते हुए कांग्रेस नेताओं पर ही आरोप लगाना शुरू कर दिया। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सबसे बड़ा नरसंहार 1984 में हुआ और राजीव गांधी ने कहा कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी के ऊपर एक हत्या का मुकदमा है। इनके एक सांसद के ऊपर रेप का मुकदमा दर्ज है। ये दोहरे मापदंड आप कहां से लाते हैं।  

गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी मामले की जांच कर रही एसआईटी ने कोर्ट में कहा कि अभी तक की गई जांच से यह पता चला है कि आरोपी द्वारा किया गया आपराधिक कृत्य लापरवाही से नहीं बल्कि जानबूझ कर पूर्व से सुनियोजित योजना के अनुसार जान से मारने की नीयत से किया गया। जिसमें पांच लोगों की मौत हुई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। एसआईटी ने इस आधार पर सभी आरोपियों पर कई और धारा लगाने का सुझाव दिया।

इसी को लेकर जब अजय मिश्र टेनी से जवाब मांगा गया तो उन्होंने पत्रकारों के साथ बदसलूकी की और गाली गलौज किया। पत्रकारों से बदतमीजी किए जाने के बाद भाजपा हाईकमान ने अजय मिश्रा को दिल्ली बुलाया। वहीं लखीमपुर खीरी मामले को लेकर लोकसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा सदस्यों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की बर्खास्तगी की मांग करते हुए सदन में जमकर अपना विरोध जताया। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।