Delhi Weather and AQI Today LIVE: दिल्ली-एनसीआर में आम लोग सर्दी और जहरीली हवा का दर्द एक साथ झेल रहे हैं। जहां तापमान में भारी गिरावट आई है वहीं AQI का स्तर बदतर हो गया है। तापमान में गिरावट के बाद राजधानी में मौजूद रैन-बसेरों में लोगों की तादाद बढ़ने लगी है। पिछले कुछ वक्त से दिल्ली की हवा में सुधार हुआ था लेकिन प्रदूषण एक बार फिर बढ़ गया है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) एक बार फिर 400 से ऊपर पहुंच गया है। दिल्ली में प्रदूषण के बिगड़ते स्तर को रोकने के लिए GRAP-4 प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। रोहिणी में AQI-462, लाजपत नगर AQI-461, दर्ज किया गया है।
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भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में भी धुंध की स्थिति बनी रह सकती है, जिससे शीत लहर के और भी तेज़ होने की संभावना है। इसके अलावा प्रदूषण के बढ़ने के आसार भी नज़र आ रहे हैं।
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में AQI का स्तर चिंताजनक रहा, जिसमें आनंद विहार (481), अशोक विहार (461), बुराड़ी क्रॉसिंग (483) और नेहरू नगर (480) शामिल हैं। अलीपुर, जहांगीरपुरी और मुंडका जैसे अन्य प्रमुख स्थानों में क्रमशः 443, 469 और 473 AQI दर्ज किया गया।
एनसीआर के पड़ोसी क्षेत्रों में भी खराब वायु गुणवत्ता का सामना करना पड़ा, हरियाणा के फरीदाबाद में AQI का स्तर 263, गुरुग्राम में 392 और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 390, ग्रेटर नोएडा में 330 और नोएडा में 364 रहा।
दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को घने कोहरे की चादर छाई रही और लगातार तीसरे दिन हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली में सुबह 7:15 बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 442 दर्ज किया गया, जबकि राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में यह 400 से 500 के बीच दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार की सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 427 दर्ज किया गया जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है और न्यूनतम तापमान इस मौसम के सामान्य तापमान से दो डिग्री कम 5.9 डिग्री सेल्सियस रहा।
दिल्ली के 35 निगरानी केंद्रों में से 28 में वायु गुणवत्ता का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया, जबकि कुछ में एक्यूआई 450 को पार कर गया जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में आता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगामी दिनों में दक्षिण तमिलनाडु के तट एवं अन्य क्षेत्रों में तूफान चलने की आशंका जताई है और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है। तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (टीएनएसडीएमए) ने सोमवार को यह जानकारी दी। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय द्वारा सुबह साढ़े पांच बजे दी गयी जानकारी के अनुसार सोमवार को दक्षिण तमिलनाडु तट, निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी पर और उसके पास 35-45 किलोमीटर प्रति घंटे से 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से तेज हवा चलने की आशंका है।
राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में हवा का हाल बेहाल है। AQI का स्तर 400 के पार पहुंच गया है। प्रदूषण के रहते आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर भारत के राज्यों में तेज ठंड का दौर जारी है। उत्तर प्रदेश में 20 साल बाद दिसंबर के दूसरे ही हफ्ते में कोल्डवेव चल रही है।
अमूमन यहां तीसरे या चौथे हफ्ते में शीतलहर चलती है। तेज सर्दी के कारण शनिवार को चित्रकूट के एक किसान की मौत हो गई।
ओडिशा में भी ठंड और कोल्डवेव के कारण मयूरभंज में तापमान -10 डिग्री तक पहुंच गया। यहां पेड़ के पत्तों पर ओस की बूंद जमने लगी है।
दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.1 डिग्री कम है। यह जानकारी मौसम विभाग ने दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिसंबर में यह चौथी बार है जब न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
एनसीआर के दूसरे जिलों में भी राज्य सरकारें चाहें तो स्कूलों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से क्लास संचालित करा सकती हैं और कार्यालयों के शुरू और बंद होने का समय अलग-अलग निर्धारित कर सकती हैं।
सीएक्यूएम के आदेश के बाद दिल्ली-एनसीआर में अधिक प्रदूषण फैलाने वाले निर्माण और तोड़फोड़ से जुड़े कार्य बंद रहेंगे। अस्पताल, रेल, मेट्रो इत्यादि आवश्यक सेवाओं से जुड़ी परियोजनाओं को छूट दी गई है। इसके अलावा निर्माण सामग्री ढोने वाले वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। सभी स्टोन क्रसर बंद हो जाएंगे। खनन और उससे जुड़ी गतिविधियों पर रोक रहेगी।
दिल्ली के रोहिणी (462), लाजपत नगर (461), अशोक विहार (456) और पंजाबी बाग (452) सहित प्रमुख क्षेत्रों में भी गंभीर AQI स्तर देखा गया, जिनमें से सभी ने 400 से अधिक रीडिंग दर्ज की। सोमवार को, AQI 306 पर 'बहुत खराब' श्रेणी था।
दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर ने दस्तक दे दी है। ठंड बढ़ने के साथ ही एकबार फिर प्रदूषण भी बढ़ने लगा है। दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी में जा चुका है। इसे देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में नई पाबंदियां लागू कर दी हैं। इन पाबंदियों के तहत दिल्ली-एनसीआर में अब पांचवीं तक के स्कूल हाइब्रिड मोड में चलेंगे। CAQM ने इसको लेकर एक अधिसूचना भी जारी की है।
दिल्ली के आरके पुरम इलाके से आज सुबह 9.15 बजे ड्रोन से ली गई तस्वीरें। वायु गुणवत्ता में गिरावट के बाद कल रात से ही पूरे एनसीआर में GRAP चरण IV उपाय तत्काल प्रभाव से लागू हो गए।