पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के खुलासे के बाद मचे बवाल पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने बीजेपी सरकार पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं कि 8 साल लग गए ये पता करने में कि पाकिस्तान से यहां कौन आया और कौन गया। उन्होंने सरकार के सिस्टम को धीमा बताते हुए कहा कि ये ते बहुत चिंता की बात है कि आप इतना स्लो काम करते हैं।
एक टीवी डिबेट में भदौरिया ने कहा, “2011 से 2022 तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार है इस देश में। तो क्या बीजेपी की सरकार को इतना नहीं पता चला कि पाकिस्तानी लोग यहां आए गए, इतना नहीं पता लगा पाए? आपको 8 साल लग गया इस बात का पता लगाने में ये तो और चिंता की बात है। आपकी सरकार कितनी धीमी गति से काम कर रही है।”
बता दें कि पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे के बाद पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, नुसरत मिर्जा का कहना है कि साल 2009 में दिल्ली के ओबेरॉय होटल में उसने आतंकवाद के खिलाफ इंटरनेशनल सम्मेलन में हिस्सा लिया था। इस सम्मेलन की तस्वीरों से पता चला कि हामिद अंसारी और गुलाम नबी आजाद भी इसमें शामिल हुए थे, जिसके बाद अंसारी निशाने पर आ गए हैं।
डिबेट में मौजूद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने इस बात का दावा किया कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा से नहीं मिले और ना ही उन्होंने कभी उसको हिंदुस्तान बुलाया और ना ही नुसरत मिर्जा के बुलाने पर मिलने गए। उन्होंने कहा कि नुसरत मिर्जा ने भी अपने बयान में ये कहीं नहीं कहा कि अंसारी ने उसको यहां बुलाया।
पत्रकार ने इस बात का भी खुलासा किया कि कांग्रेस शासन में वो कई बार भारत आया। इस बारे में जब एंकर ने सवाल किया तो अलका लांबा ने कहा “इजरायल, अमेरिका, चीन हो सभी देश पॉलिटिशियन और पत्रकारों को बुलाते हैं। अफगानिस्तान में भी बहुत से पत्रकार कवर करने गए। बहुत से आतंकियों के इंटरव्यू भी लेने में कामयाब हुए और वायरल हुए। इससे वो जो कर रहे हैं, उनका जो एक्शन है वो आपकी देशभक्ति पर सवाल उठा सकता है?”
उन्होंने दावा किया उनके पास बहुत सारी तस्वीरें हैं जिनमें बीजेपी के नेताओं की पाकिस्तानी आतंकियों के साथ मीटिंग हो रही हैं।