अनुपम खेर का कहना है कि भारत माता की जय कहना ही राष्ट्रवाद की एकमात्र परिभाषा होनी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया,’भारतवासियों के लिए राष्ट्रवाद की एकमात्र परिभाषा भारत माता की जय कहना होना चाहिए। बाकी सब बचाव के रास्ते हैं।’ उनका बयान एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की विवादित टिप्पणी के बाद आया है।
The only definition of NATIONALISM for Bharatwasis should be “Bharat Mata Ki Jai”. Rest all are escape routes.:)
— Anupam Kher (@AnupamPkher) March 16, 2016
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को महाराष्ट्र के लातूर में एक रैली में कहा था, “मैं यह नारा (भारत माता की जय) नहीं बोलूंगा, क्या कर लोगे भागवत साहब। अगर मेरी गर्दन पर चाकू रख दोगे तो भी मैं यह नारा नहीं बोलूंगा।” तालियों की गड़गड़ाहट के बीच ओवैसी ने कहा था, ‘हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना जरूरी है। इसकी आज़ादी मुझे मेरा संविधान देता है।’
ओवैसी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के जवाब में यह बात कही थी। भागवत ने जेएनयू में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के संदर्भ में कहा था, ‘नई पीढ़ी को देश में ‘भारत माता की जय’ बोलने के लिए सिखाना पड़ेगा।’ ओवैसी के बयान पर जावेद अख्तर ने भी पलटवार किया था। उन्होंने कहा था कि भारत माता की जय कहना कर्तव्य नहीं अधिकार है।
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