देशभर में चल रहे कोरोना टीकाकरण के बीच पिछले 24 घंटों में कोरोनो वायरस के मामलों में एक बड़ा उछाल आया है। देशभर में कोरोना के 59,118 नए मामले दर्ज किए गए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 1,18,46,652 हो गई है। एक्टिव मामलों ने फिर से चार लाख के आंकड़े को पार कर लिया है। देश में पिछले दो हफ्तों में संक्रमण में खतरनाक वृद्धि देखी गई है। सरकार ने राज्यों से कोविड प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। केंद्र ने राज्यों से कहा है कि मास्क पहनने और सामाजिक दूरी के नियम को लागू किया जाए। इस बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट देश में कोरोना की दूसरी लहर की ओर इशारा करती है। रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी लहर 15 फरवरी से 100 दिनों तक चल सकती है।

जानमाने वाइरोलॉजिस्ट शाहिद जमील का कहना है कि अभी तक कोई सबूत नहीं है कि कोविड-19 की दूसरी लहर वायरस के वेरिएंट के चलते है, लेकिन हो सकता है कि ये दूसरी लहर हो। मालूम हो कि 18 अक्टूबर के बाद से पिछले 24 घंटों में कोरोना के नए मामलों में अब तक यह सबसे बड़ा उछाल है। महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के 35,992 नए मामले दर्ज किए गए। राज्य में देश में अब तक के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए हैं। जिनकी संख्या 26,00,833 है। देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में भी कोरोना के 5,504 नए मामले दर्ज किए गए। राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि अगर कोई विकल्प नहीं बचेगा तो राज्य में सख्त लॉकडाउन लागू किया जाएगा।

वहीं, कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों से चिंतित मध्य प्रदेश सरकार ने रविवार को राज्य के चार और जिलों- बैतूल, छिंदवाड़ा, रतलाम और खरगोन में लॉकडाउन का फैसला किया है।

इसी तरह पंजाब (2,661), कर्नाटक (2,523), छत्तीसगढ़ (2,419) और केरल (1,989) में कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए।

एसबीआई रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय लॉकडाउन या पाबिंदियां “बेअसर” रही हैं। सामूहिक टीकाकरण महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए “इकलौती उम्मीद” है।

इसमें कहा गया है कि भारत में अप्रैल में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।