Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का बयान सामने आया है। दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले को लेकर अन्ना हजारे ने शनिवार को कहा कि इस मामले में शामिल दरिंदों को फांसी के फंदे पर लटका देना चाहिए। इस तरह की घटना मानवता पर धब्बा है।

अन्ना हजारे ने कहा कि एक स्त्री हमारी मां और बहन है। उसके प्रति ऐसा घृणित कृत्य बर्दाश्त के बाहर है। आरोपियों ने ऐसे इंसान की पत्नी की साथ हैवानियत की है जो सीमा पर खड़ा होकर देश की रक्षा कर रहा है। एक फौजी की पत्नी के साथ ऐसा कृत्य बेहद गंभीर मामला है। इस तरह की घटना मानवता पर कलंक है।

वहीं इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मणिपुर की घटना को लेकर बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश के धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक समाज को यह महसूस करना चाहिए कि संघ परिवार के एजेंडे ने मणिपुर को दंगा जोन में बदल दिया।

कहा जाता है कि छोड़े जाने से पहले दोनों महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया गया था। बुधवार को इस भयावह घटना का 26 सेकंड का वीडियो वायरल हो हुआ था। जिसने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। घटना के संबंध में पहली गिरफ्तारी अगले दिन की गई। एक व्यक्ति को पकड़ा गया जो उस भीड़ का हिस्सा था, जिसने बी. फीनोम गांव में महिलाओं की परेड करायी थी और उनमें से एक को घसीटते हुए देखा गया था। उस दिन के बाद से अभी तक पुलिस ने घटना से संबंधित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

वीडियो में एक महिला एक पूर्व सैन्यकर्मी की पत्नी है, जो असम रेजिमेंट में सूबेदार के रूप में कार्यरत था और 1999 के कारगिल युद्ध में लड़ा था। मणिपुर पुलिस ने शनिवार को ट्वीट कर जानकारी दी है कि आज एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया। अब तक पांच मुख्य आरोपियों और एक किशोर सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बता दें, मणिपुर में बीती तीन मई को मैतई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग को लेकर कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़क गई थी। जिसमें अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं और हजारों लोग राज्य से पलायन कर चुके हैं।