अतिवादी महिला संगठन दुख्तरान ए मिल्लत की प्रमुख आसिया अंदराबी ने पाकिस्तान में रह रहे मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की अगुआई वाले गुट जमात उद दावा की आयोजित एक रैली को संबोधित कर विवाद छेड़ दिया है। अंदराबी ने 14 अगस्त को लाहौर में आयोजित रैली को फोन पर संबोधित किया और पड़ोसी देश के लोगों को उनके स्वतंत्रता दिवस पर बधाई दी। सईद को अंदराबी के भाषण के दौरान मंच पर बैठे देखा गया।
संबोधन से कुछ घंटे पहले अंदराबी ने अपने आवास पर पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया था। दुख्तरान ए मिल्लत के दर्जनों कार्यकर्ता शहर के बचपुरा इलाके में एकत्र हुए जहां उन्होंने पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस मनाया। अंदराबी के फोन पर संबोधन ने खासा विवाद छेड़ दिया है और भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष जुगल किशोर ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, ‘ये राजद्रोह की घटनाएं हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आसिया अंदराबी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि उन्हें अब तक गिरफ्तार कर उनके खिलाफ राजद्रोह का एक मामला दर्ज किया गया होगा’।
कांग्रेस के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने मांग की कि देश के विरोध में काम करने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए। सिंह ने कहा ‘एनएसए स्तरीय बातचीत 23-24 अगस्त को होने वाली है। बहुत बातचीत हुई है और सरकार ने सफलता का दावा किया है। लेकिन आतंकवादी भारत में हमले कर रहे हैं। उनके खिलाफ पाकिस्तान के साथ बातचीत के जरिए ठोस कार्रवाई करने की सख्त जरूरत है चाहे वह हाफिज सईद हो या जकीउर रहमान हो’।
जेकेएनपीपी के नेता हर्ष देव सिंह ने कहा, ‘यह पहला अवसर नहीं है जब अंदराबी ने ऐसा किया हो। मैं समझ नहीं पाता कि जम्मू कश्मीर में वर्तमान सरकार ने इन लोगों को इतनी छूट क्यों दी है।
उन्हें चाहिए कि तत्काल दोषियों के खिलाफ मामले दर्ज करें क्योंकि यह पहला मौका नहीं है जब अंदराबी ने इस तरह की राष्ट्रविरोधी गतिविधि को अंजाम दिया हो। इसलिए उसके जैसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार के रुख से हमें निराशा होती है’।
इससे पहले अंदराबी ने इसी साल 23 मार्च को पाकिस्तान का राष्ट्रीय दिवस मनाया था और उस देश का झंडा फहराया था। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून के तहत एक मामला दर्ज किया था।
